यूपी मे कावड़ को लेके योगी सरकार एक्शन मे गलती से भी न करे ये गलतियाँ
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारीयों को संदेश दिया है कि आगामी त्यौहारों और धार्मिक आयोजनों में किसी भी आम जनता को कोई भी परेशानी नहीं होनी चाहिए उनके लिए सभी सुख सुविधा उपलब्ध करवा दी जाए। एक दूसरे के धार्मिक परंपरा की इज्जत करें और परंपरा के अनुकूल काम ना करें, इस वर्ष जुलाई के महीने में मोहर्रम मनाया जाएगा जिसको देखते हुए उन्होंने कहा कि चाहे कावड़ यात्रा हो या मोहर्रम हो कोई भी नई परंपरा बनाने की प्रशासन की तरफ से हामी नहीं दी जाएगी।
कावड़ यात्रा अधिकतम उत्तराखंड से लेकर मेरठ, गाजियाबाद, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, बाराबंकी, अयोध्या, आदि में अधिक देखी जाती है और इन शहरों में व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है जिस किसी भी आम जनता या किसी भी धर्म को कोई भी परेशानी ना हो। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहां है कि आगामी त्योहारों में कोई भी मनमुटाव नहीं होना चाहिए, सकुशल यह त्यौहार बिताना चाहिए ताकि उसे किसी भी धर्म को ठेस न पहुंचे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कावड़ यात्रा के बारे में यह कहा है कि जिस मार्ग से कावड़ यात्रा जाए वह मार्ग साफ सुथरा होना चाहिए कहीं भी मांस आदि की दुकान या खरीदारी ना हो रही हो, क्योंकि हिंदू धर्म में कावड़ यात्रा को काफी पवित्र माना जाता है। कावड़ यात्रा में नाच- गान और संगीत होना आम बात है परंतु इसकी आवाज को एक तय सीमा तक ही रखा जाएगा साथ ही डीजे की ऊंचाई अधिक नहीं होनी चाहिए। कावड़ यात्रा का रास्ता साफ सुथरा होना चाहिए वहां पर लाइट की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए, कावड़ यात्रा के रास्तों में रूट डायवर्जन, पुलिस कि उपस्थित, सीसीटीवी कैमरा अथवा ड्रोन के सहारे निगरानी आदि की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि रास्तों में नीचे की तरफ झुके हुए बिजली के तारों को खंभो को पहले ही ठीक करवा दिया जाए ताकि कावड़ यात्रा जाते समय कोई भी परेशानी ना हो। उन्होंने यह भी कहा की कावड़ यात्रा के समय शिवालियों में भारी मात्रा में श्रद्धालु आते हैं, उन्हें किसी भी तरीके का कोई भी परेशानी नहीं होना चाहिए और शिव वालों के आसपास साफ का सफाई होनी चाहिए जिससे उन्हें किसी भी तरीके की परेशानी ना हो सके। गांव और नगर में श्रद्धालु अधिकतम आते हैं इसीलिए नगर विकास विभाग और पंचायती राज देख रेख करने की जरुरत है।
आगे मुख्यमंत्री होगी आदित्य ने कहा कि मुहर्रम जुलूस मैं निकलने वाली ताजिया से जुड़ी समितियों और शांति समिति के साथ स्थानीय प्रशासन संबाद बनाए रखें, सिलेबस के दौरान कुछ स्थानों पर ऊंच-नीच हुई थी परंतु इस वर्ष किसी भी तरीके का कोई भी घटना क्रम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ताजिया की उचाई परंपरा के अनुसार ही हो। धर्म के अनुसार ही चीज करें किसी भी तरीके का पूछ नीच बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, धर्म के विरुद्ध कोई भी काम नहीं होना चाहिए। साथ ही ऐसी कोई भी घटना नहीं होनी चाहिए जो कि दो से धर्म जाति को ठेस पहुंचाए, रजिया को वही रखा जाए जिस जगह पर किसी भी तरीके की परेशानी उत्पन्न ना हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि सभी धर्म एक दूसरे के धर्म का आदर सम्मान करें, साथ ही मोहर्रम की ताजिया या फिर कावड़ यात्रा हो दोनों में किसी भी तरीके की परेशानी नहीं होनी चाहिए। पुलिस कर्मियों और सीसीटीवी अथवा ड्रोन के साथ निगरानी रखी जाएगी किसी भी तरीके की उच्च नीच को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सख्त से सख्त कार्यवाही होगी।