यूपी के हाथरस में अब क्या करेगी योगी सरकार? क्या सीएम के फैसले से मिलेगा लोगों को न्याय
बीते मंगलवार 2 जुलाई को उत्तर प्रदेश में स्थित हाथरस जिले के सिकंदराराउ इलाके में एक सत्संग को आयोजित करवाया गया था, इस सत्संग में अचानक से भगदड़ मचने के कारण 121 लोगों की मृत्यु हो गई है और बहुत से लोग घायल बताए जा रहे हैं। खबरों के मुताबिक 2 जुलाई दिन मंगलवार को दोपहर में पुलराई गांव में सत्संग के समय भक्तद मचाने के कारण यह भयानक हादसा हुआ है।
हाथरस के जिलाधिकारी आशीष कुमार ने बताया कि इस सत्संग की अनुमति एसडीएम की तरफ से ली गई थी, और यहां पर सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी भी लगवा दी गई थी लेकिन अंदर की व्यवस्था वहां के आयोजन करता के हाथ में था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस घटना को देखते हुए एक कमेटी बनाई है, सरकार की तरफ से मृत्यु हुए लोगों को दो-दो लाख रुपए और घायल हुए लोगों को 50-50 हजार की सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख प्रकट किया है और अधिकारियों से दुर्घटना की जांच करने के लिए कहां है। उन्होंने अपर पुलिस महानिदेशक आगरा और युक्त अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम को दुर्घटना स्थान पर जाकर जांच करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि "घटना बहुत ही दुखदाई और हृदय विदारक है। स्थानीय आयोजकों की तरफ से वहां पर भोले बाबा के सत्संग का आयोजन आज के गांव में किया जाता है, जब सत्संग के प्रवचनकर्ता स्टेज से उतर रहे थे तो अचानक से भक्तों की भीड़ उनके पैर को छूने के लिए वहां पहुंची, कर्मचारियों के रोकने के बावजूद भी लोगों की भीड़ वहां इतनी खट्टी हो गई कि यह हादसा हो गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस घटना मैं भगदड़ में हुए लोगों की मृत्यु पैर दुख जताया और घायल हुए लोगों कि स्वस्थ होने की प्रार्थना की, साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना में भगदड़ में हुए लोगों की मृत्यु पर दुख जताते हुए, अधिकारियों से घायलों की मदद करने के लिए कहा।
हाथरस में हुए इस घटना पर कल दिनांक 2 जुलाई तक खबर के मुताबिक 116 लोगों की मृत्यु और घायल हुए लोग 18 बताई जा रहे थे, लेकिन 3 जुलाई की रिपोर्ट के मुताबिक 121 लोगों की मृत्यु हो गई है, सरकार की तरफ से इलाज की पूरी व्यवस्था करवा दी गई है और घायलों का इलाज चल रहा है।