यूपी में इस नई रेल लाइन का काम शुरू, इन स्टेशन के बीच होगा पहले काम
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रेलवे ने एक बयान में कहा कि यात्री राजस्व लक्ष्य 13.2 प्रतिशत वृद्धि के साथ 80.000 करोड़ रुपए रखा गया है। माल राजस्व लक्ष्य 1.80.000 करोड़ रुपए पर बनाए रखा गया है, जो 2023-24 की तुलना में सात प्रतिशत अधिक है।
ग्रामीणों में जगा दी ट्रेन पर चढ़ने की साध
महराजगंज में रेल लाइन बिछने की आस, आसान हो जाएगी राह
जिला मुख्यालय महराजगंज में रेल लाइन बिछने की आस ने दूर गांवों के लोगों में भी ट्रेन पर चढ़ने की साध जगा दी है। वे न सिर्फ ट्रेन के छुक-छुक की आवाज सुनेंगे, बल्कि उसे नजदीक से निहार भी सकेंगे। उन्हें अपने गांव के पास ही रेलगाड़ी मिल जाएगी। आनंदनगर और गोरखपुर नहीं आना पड़ेगा। आने वाले दिनों में भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर की राह भी आसान हो जाएगी। देश ही नहीं विदेश से प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालु रेलमार्ग से गोरखपुर से सीधे कुशीनगर पहुंचेंगे। रेलवे और भूमि अध्याप्ति विभाग के अधिकारी इस समस्या के समाधान के लिए किसानों से लगातार बातचीत कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि वे किसानों की आपत्तियों को गंभीरता से ले रहे हैं और उनके मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। कहीं-कहीं अवरोध की वजह से समस्या हो रही है। प्रस्तावित 100 हेक्टेयर भूमि के लिए एवार्डेड रकम चार अरब से अधिक घोषित हो चुकी है। पहले चरण में घुघली से महराजगंज तक काम शुरू होगा। अधिकारियों का कहना है कि महुअवा, तरकुलवा और पिपरदेउरा गांव के करीब 55 किसानों ने मुआवजा दर को लेकर आपत्ति जताई है। इस संबंध में किसानों का कहना है कि उन्हें शहर के बाजार भाव के अनुसार मुआवजा मिलना चाहिए। वर्तमान में प्रस्तावित दर अपेक्षाकृत काफी कम है। अशोक पटेल और विनय मिश्रा ने बताया कि बाजार भाव के अनुसार अपनी जमीन खरीदी है। उस हिसाब से बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है। अब तक मुआवजा राशि प्राप्त करने के लिए भूमि अध्याप्ति विभाग में कोई आवश्यक कागजी कार्रवाई भी नहीं की गई। उनका कहना है कि जब तक उन्हें उचित दर पर मुआवजा नहीं मिलेगा। वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे। इस अधिग्रहण में 698 गाटे प्रभावित हो रहे हैं। इसके स्वामियों को मुआवजा प्रदान किया जा रहा है, लेकिन शहर से सटे महुअवा, तरकुलवा और पिपरदेउरा गांव में भूमि अधिग्रहण के बदले कुछ किसानों को मुआवजा मिल चुका है। अधिकांश किसानों ने अभी तक मुआवजा नहीं लिया है।