यूपी के मटियारी से 15 दिन नही गुजरेंगे वाहन, जाने वजह
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लखनऊ अयोध्या हाईवे पर डायवर्जन होने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जो यात्री अयोध्या नहीं भी जा रहे हैं उन्हें मुश्किल हो रही है। लोगों को दोगुना किराया खर्च कर अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है।
अयोध्या जाने पर लगातार पांचवें दिन रोक
अयोध्या में सुरक्षा-भीड़ प्रबंधन की बड़ी कार्ययोजना
डीजीपी मुख्यालय से पांच कंपनी अतिरिक्त पीएसी की मांग भी की गई है। केंद्र सरकार से तीन कंपनी आरएएफ की मांग की गई है। कार्ययोजना के तहत प्रयागराज से आने वाले अधिकांश वाहनों को इस बार पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से बस्ती होकर अयोध्या की ओर भेजा जाएगा। फ्लाईओवर पर ट्रैफिक लोड को टावरों के बीच विभाजित करने के लिए सस्पेंशन की बड़ी भूमिका होती है। ब्रिज में सस्पेंशन का एक नेटवर्क होता है, पुल के डेक को केबलों की मदद से टावरों पर लटकाया जाता है। इस प्रकिया से हल्के व भारी वाहनों में झटके कम लगते है, कंपन नहीं होता है और शोर भी कम होता है। एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरडकर ने यातायात डायवर्जन व सुरक्षा प्रबंधों को लेकर विस्तृत निर्देश दिए हैं। विशेषकर डायवर्जन के बाद यातायात प्रबंधन को लेकर अयोेध्या के आसपास के जिलों में पूरी सतर्कता बरते जाने को कहा गया है। 16 फरवरी 2025 से एक लेन बंद रहेगी और दूसरी लेन से वाहन निकलेंगे। पंद्रह दिन में जब एक लेन का काम पूरा हो जाएगा तो दूसरी लेन शुरू करते हुए पहली लेन पर वाहनों का आवागमन शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान अलग-अलग राज्यों से आने वाले अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ सकती है और यहां जाम का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि सर्विस लेन से होकर आना जाना पड़ेगा। लखनऊ.आगरा एक्सप्रेसवे से आने वाले वाहनों को मोहनलालगंज से गोसाईंगंज होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से बस्ती.गोरखपुर होते हुए अयोध्या भेजा जाएगा। अन्य मार्गों से आने वाले वाहनों को भी डायवर्ट किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता सत्येंद्र नाथ ने बताया कि सस्पेंशन ढीले हैं, जिन्हें बदलना जरूरी है। इसको लेकर कुछ पहले ट्रैफिक से जुड़े अधिकारियों को पत्र लिखकर डायवर्जन मांगा गया था। इसकी अनुमति मिलने के बाद भी काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सस्पेंशन ठीक होने के बाद वाहन चालकों को पहले से ज्यादा सहूलियत होगी। अभियंताओं ने बताया कि मटियारी फ्लाईओवर के बजाए नीचे से गई सर्विस लेन का प्रयोग करते हुए श्रद्धालु अयोध्या की ओर जा सकेंगे। वहीं, अयोध्या से लखनऊ आने पर मटियारी फ्लाईओवर का लेन खुला रहेगा।