यूपी के मटियारी से 15 दिन नही गुजरेंगे वाहन, जाने वजह
.png)
लखनऊ अयोध्या हाईवे पर डायवर्जन होने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जो यात्री अयोध्या नहीं भी जा रहे हैं उन्हें मुश्किल हो रही है। लोगों को दोगुना किराया खर्च कर अधिक दूरी तय करनी पड़ रही है।
अयोध्या जाने पर लगातार पांचवें दिन रोक
शहर के अंतर जनपद बस स्टेशन पर सन्नाटे का माहौल है। जबकि देवा रोड स्थित बस अड्डे की 50 बसें महाकुंभ में जा चुकी है। ऐसी हालत में हाईवे से बस पकड़ कर पूर्वांचल व लखनऊ तक का सफर करने वाले बेहाल दिखे। अयोध्या के बाद भी जिन जिलों को जाना है उसके लिए यात्री दो गुना किराया खर्च कर अधिक दूरी तय कर रहे हैं। मटियारी फ्लाईओवर को जोड़ने वाले सस्पेंशन ढीले व खराब हो गए हैं। दो पहिया वाहन चालकों के साथ ही भारी वाहन चालकों को भी फ्लाईओवर से गुजरने पर खट-खट की आवाज आती है। लखनऊ अयोध्या नेशनल हाईवे पर लगातार पांचवें दिन अयोध्या जाने वाले वाहनों पर रोक लगी है। शहर के निकट चौपुला तिराहे से वाहनों को बहराइच की ओर डायवर्ट किया जा रहा है लेकिन डायवर्जन से रोजाना हजारों यात्रियों को दिक्कत हो रही है। उनको भी परेशानी हो रही है जिन्हें अयोध्या नहीं जाना है। लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड की टीम ने जांच की तो पता चला कि सस्पेंशन की उम्र पूरी हो गई है। अब इन्हें बदलने की जरूरत है। प्रतिदिन ढाई लाख वाहनों का आवागमन इस रोड पर होता है। ऐसे में पूरी फ्लाईओवर न बंद करते हुए अभियंताओं ने एक-एक लेन बंद करके काम करने का निर्णय किया है। यातायात डायवर्जन को लेकर भी कार्ययोजना तैयार की गई है, जिससे अयोध्या में एक.साथ अधिक लोगों के पहुंचने पर अंकुश लगाया जा सके। रामपथ पर 10 से अधिक अतिरिक्त होल्डिंग एरिया भी बनाए जाएंगे और श्रीराम लला के दर्शन का समय भी बढ़वाए जाने की योजना है। मटियारी फ्लाईओवर से अभी तक लोग सीधे निकल जाते थे और बाराबंकी की ओर से आसानी से आ जाते थे। अब समस्या रहेगी, जाते वक्त वाहन फ्लाईओवर के नीचे से गुजरेंगे। स्थानीय लोग पहले से ही सर्विस लेन का प्रयोग करते हैं। ऐसे में यह सर्विस रोड सकरी हो जाएगी और यातायात पुलिस को भी एक माह तक ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी। अन्यथा जाम हाई कोर्ट से होते हुए पॉलिटेक्निक चौराहे तक लगना तय है। इसका खामियाजा देवा रोड और चिनहट से आने वाले ट्रैफिक को भी करना होगा। वहीं महाकुंभ के कारण अयोध्या जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ सकती है।