यूपी में किसानों की बल्ले बल्ले, स्मार्ट तकनीक से बढ़ेगी आय
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प्रदेश सरकार के नेतृत्व में किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र में तकनीकी के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू कर रही है. सरकार के इन प्रयासों का उद्देश्य न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करना अपितु कृषि क्षेत्र को आधुनिक और प्रतिस्पर्धा बनाना भी पहला कर्तव्य है.
योगी सरकार की किसानों की आय बढ़ाने की पहल
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने तथा कृषि क्षेत्र में तकनीकी को बेहतर मजबूत करने के लिए इस दिशा में लगातार प्रयासरत है प्रदेश के करीब करीब ढाई लाख कृषि परिवारों को सीधा लाभ मिल सके. इस दौरान अब राज्य सरकार ने 1750 राजकीय नलकूपों का निर्माण करने के लिए इको फ्रेंडली ट्यूबवेल में परिवर्तन कर चुकी है. इसके साथ-साथ की सिंचाई क्षमता में पौने दो लाख हेक्टेयर की वृद्धि की जाएगी. अब यह सभी सिंचाई योजना अगले कम से कम दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य बनाया जा चुका है
किसान पाठशाला के माध्यम से तकनीकी शिक्षा
इस योजना के अंतर्गत नेहरू को सौर ऊर्जा के माध्यम से हाइब्रिड मोड पर संचालन करवाने का प्रयोग प्रारंभ करवाया जाएगा इससे ऊर्जा की बचत के साथ-साथ सतत सिंचाई संभव हो पाएगी. उत्तर प्रदेश सरकार की योजना केवल भौतिक संरचनाओं तक सीमित नहीं होगा अभी तो सिंचाई में आधुनिक तकनीक को भी शामिल करवाया जा रहा है. इस दौरान इंटरनेट ऑफ थिंग्स स्मार्टफोन टूल्स और सेंसर तकनीकी जैसी का उपयोग कर स्मार्ट सिंचाई प्रणाली लागू करवाने की स्थिति बनाई जा रही है.
इस डिजिटल तकनीक के माध्यम से पानी के प्रवाह को दूर से नियंत्रित करने में आसानी मिल सकती है इस दौरान पानी की बर्बादी को रोका भी जा सकता है तथा जरूरत के हिसाब से पानी का उपयोग सुनिश्चित करवाया जा सकता है. इस कार्य योजना का लक्ष्य लगभग लगभग दो वर्षों के भीतर सभी सिंचाई योजनाओं को पूरी कर ली जाएगी इस प्रयास से न सिर्फ सिंचाई के संसाधनों में इजाफा हो पाएगा अभी तो किसानों को कम लागत में बेहतर और अधिक सुविधा मिलने में सहायक होगी इस परियोजना से किसानों के लिए ट्रेनिंग पॉइंट व्यापक स्तर पर माना जा रहा है. इसी बीच एक जानकारी सामने आ रही है कि योगी सरकार ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीक से अवगत कराने हेतु किसान पाठशाला का भी प्रारंभ कर सकती है जिसमें किस नई-नई चीजों के बारे में जानकारी हासिल कर पाएंगे और कृषि के क्षेत्र में खेती करने में बेहतर आसानी हो पाएगी.