यूपी में परिवहन निगम चलाएगा 350 शटल बस, इन सात रूटों पर तुरंत रिस्पांस टीम की गई है नियुक्त
प्रयागराज में परिवहन निगम ने 350 शटल बसों की व्यवस्था की है

13 जनवरी 2025 से प्रारंभ होने वाले महाकुंभ-2025 के पावन पर्व के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज में परिवहन निगम ने 350 शटल बसों की व्यवस्था की है। यह बसें श्रद्धालुओं को कुंभ क्षेत्र में आसानी से पहुँचाने के लिए तैयार की गई हैं, ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन कर सकें।
इस व्यापक व्यवस्था को सुचारू और प्रभावी बनाए रखने के लिए 22 अधिकारियों की एक विशेष टीम को सुपरविजन के लिए नियुक्त किया गया है। ये अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि सभी सेवाएँ समय पर और सही तरीके से संचालित हों। सेवा प्रबंधक मुरादाबाद, अनुराग यादव को इस पूरे आयोजन का इंचार्ज बनाया गया है। उनके नेतृत्व में, यह उम्मीद की जा रही है कि महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतरीन परिवहन सेवाएँ प्रदान की जाएंगी, जिससे उनका अनुभव और भी यादगार बनेगा।
दयाशंकर सिंह जो कि परिवहन राज्यमंत्री हैं उन्होंने हाल ही में जानकारी दी है कि प्रयागराज जाने वाले सात प्रमुख रूटों पर क्विक रिस्पांस टीमों की नियुक्ति की गई है। ये टीमें विशेष रूप से इंटरसेप्टर वाहनों से सुसज्जित होंगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति का तुरंत सामना किया जा सके। क्विक रिस्पांस टीम का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और किसी भी प्रकार की आकस्मिक घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करना है। इन टीमों में परिवहन निगम के प्रवर्तन अधिकारी शामिल किए जाएंगे, जो मार्ग पर निगरानी रखेंगे। इसके अलावा, तकनीकी कर्मचारियों की भी नियुक्ति की गई है, जो बसों में उत्पन्न होने वाली तकनीकी समस्याओं का समाधान करने में सक्षम होंगे।
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मेला क्षेत्र में यात्रियों की सुविधा के लिए आठ अस्थाई बस स्टेशनों का निर्माण किया गया है। इन स्टेशनों पर मुख्यालय से उच्च स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, ताकि सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित की जा सकें। इसके अलावा, कुछ सेवानिवृत्त सलाहकार भी यहां मौजूद रहेंगे, जो यात्रियों की मदद करेंगे और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
इन अस्थाई बस स्टेशनों के निकट अस्थाई कार्यशालाओं की भी स्थापना की जा रही है। ये कार्यशालाएं बाहरी क्षेत्रों से आने वाली बसों की देखभाल करेंगी और किसी भी तकनीकी समस्या के समाधान के लिए हमेशा तैयार रहेंगी। इस पहल का उद्देश्य मेला क्षेत्र में परिवहन सेवाओं को बेहतर बनाना है, ताकि यात्रियों को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। इस प्रकार, प्रशासन ने मेला क्षेत्र में सुविधाओं को बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं, जिससे सभी आगंतुकों को एक बेहतर अनुभव मिल सके।
परिवहन मंत्री ने हाल ही में जानकारी साझा की है कि आगामी मेले के पहले चरण के लिए 2000 बसों की व्यवस्था की जा रही है। इस मेले का आयोजन मुख्य स्नान तिथियों के आसपास होगा, जिसके कारण दूसरे चरण में बसों की संख्या को बढ़ाने की योजना बनाई गई है। विशेष रूप से मौनी अमावस्या पर्व के दौरान, 7000 बसों को नियुक्त किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में कोई कठिनाई न हो।
इस मेले में कुल 6800 साधारण बसें और 200 एसी बसें उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा, मुख्य स्नान पर्वों के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 200 सिटी इलेक्ट्रिक बसें भी शटल सेवा के रूप में चलाई जाएंगी। इस पहल का उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करना है, ताकि वे अपनी धार्मिक गतिविधियों में आसानी से भाग ले सकें।
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने जानकारी दी है कि परिवहन मंत्री के निर्देशों के तहत निगम अपनी तैयारियों में तेजी ला रहा है। उन्होंने जानकारी दी है कि गौरव वर्मा को मेला अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है, जो इस आयोजन की देखरेख करेंगे। अस्थाई बस स्टेशनों पर ब्राउज़र लगाए जाएंगे, जो मोबाइल डीजल डिस्पेंसिंग यूनिट के रूप में कार्य करेंगे। यह कदम यात्रियों की सुविधा के लिए उठाया जा रहा है, ताकि उन्हें यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
इसके अतिरिक्त, परिवहन निगम ने अपने यात्रियों की सहायता हेतु टोल फ्री नंबर 1800 1802 877 और व्हाट्सएप नंबर 9415049606 शुरू किए हैं। ये सेवाएं चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगी, ताकि यात्रियों को किसी भी समय सहायता मिल सके। इस प्रकार, परिवहन निगम ने अपनी सेवाओं को और भी बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।