यूपी में किसानों को इस तरह होगा लाभ, सीएम योगी ने बताया यह सूत्र
.jpg)
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में राज्य के किसानों के लिए एक नई योजना और दृष्टिकोण पेश किया है. जिससे उनकी आय दोगुनी हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठा रही है और इसके लिए एक व्यापक योजना बनाई गई है. मुख्यमंत्री का कहना था कि कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीकी सुधार और सही नीतियों को लागू करने से किसानों को बेहतर उत्पादकता मिलेगी जिससे उनकी आय दोगुनी हो सकती है.
सीएम योगी ने बताया कैसे बढ़ेगी किसानों की आय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के लिए एक दोहरी कमाई का फॉर्मूला भी साझा किया. उनके अनुसार यदि किसान सिर्फ पारंपरिक कृषि से आय प्राप्त करते हैं. तो उनकी आय में ज्यादा वृद्धि नहीं हो सकती. लेकिन अगर वे कृषि के साथ.साथ अन्य वैकल्पिक तरीकों से भी आय अर्जित करें. तो उनकी आर्थिक स्थिति में तेजी से सुधार हो सकता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों से कहा कि वे टूटा चावल, खराब गेहूं, पराली और गन्ना गोरखपुर के डिस्टिलरी प्लांट में लाएं. यह डिस्टिलरी इन्हें खरीदेगी. इससे किसानों को अनाज का दाम तो मिलेगा ही, साथ में पराली और बेकार सामान से भी कमाई होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी इतनी बेहतर हो चुकी है कि अब हमें निवेश के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा भी करनी होगी. उन्होंने ग्रीन एनर्जी के इस्तेमाल पर जोर देते हुए जीरो लिक्विड डिस्चार्ज और सौर ऊर्जा को अपनाने की बात कही. उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि धरती माता की सेहत का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने उदाहरण दिया कि जैसे शरीर में धमनियां रक्त वाहिकाओं का काम करती हैं, वैसे ही धरती पर नदियां उसकी रक्त वाहिकाएं हैं.
इसलिए हमें नदियों की स्वच्छता और उनके निर्बाध बहाव को बनाए रखना होगा. 1200 करोड़ रुपये की लागत से बने इस प्लांट से दो हजार लोगों को सीधे और इतने ही लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में एक डिस्टिलरी प्लांट का उद्घाटन किया. उन्होंने बताया कि 30 एकड़ में फैला यह प्लांट अनाज से इथनॉल बनाएगा, जो देश और किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्लांट सिर्फ शराब बनाने की फैक्ट्री नहीं, बल्कि एक इथनॉल उत्पादन इकाई है. इससे पेट्रोल और डीजल की जगह इथनॉल का इस्तेमाल को बल मिलेगा, जिससे गाड़ियां और हवाई जहाज भी चल सकेंगे. सीएम ने बताया कि भारत हर साल 7-8 लाख करोड़ रुपये का पेट्रोल-डीजल खरीदता है. अगर किसानों के अनाज से इथनॉल बनेगा, तो विदेशी मुद्रा बचेगी और किसानों की आमदनी बढ़ेगी. इससे देश मजबूत होगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा.
कृषि में सुधार और तकनीकी हस्तक्षेप
मुख्यमंत्री ने किसानों को कृषि के साथ पशुपालन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, और बागवानी जैसी अतिरिक्त गतिविधियों में भी भाग लेने का सुझाव दिया. इन क्षेत्रों में निवेश करने से किसानों की आय बढ़ेगी और वे पारंपरिक खेती के अलावा नए आय स्रोतों से लाभ उठा सकेंगे. सीएम योगी ने कहा कि आठ साल पहले गोरखपुर के गीडा में कोई निवेश नहीं करना चाहता था. मगर बीते आठ साल में यहां 15 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश आया है और 50 हजार युवाओं को नौकरी मिली है. गीडा में डिप्लोमा कोर्स और ट्रेनिंग की व्यवस्था भी शुरू की गई है. प्लास्टिक पार्क, गारमेंट पार्क और फ्लैटेड फैक्ट्री जैसे नए प्रोजेक्ट भी आने वाले हैं. उन्होंने कहा कि अब लोग मानते हैं कि यूपी और गोरखपुर में निवेश करना सुरक्षित है. उद्यमी गीडा में निवेश करने को इच्छुक हैं. न्यूज एजेंसी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां रोजाना साढ़े तीन लाख लीटर इथनॉल बनेगा, जो आगे बढ़कर पांच लाख लीटर तक पहुंचेगा. इस प्लांट में रेक्टिफाइड स्पिरिट भी तैयार होगी,
जिसका इस्तेमाल आधुनिक दवाइयों में होगा. सीएम योगी ने कहा कि पिछले आठ साल में डबल इंजन की सरकार ने किसानों के हित में काम किया है. पहले सड़ा हुआ अनाज और गन्ना बेकार जाता था, लेकिन अब इससे इथनॉल बन रहा है. उत्तर प्रदेश में 177 करोड़ लीटर इथनॉल बन रहा है, जो पेट्रोल-डीजल के साथ मिलाया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा कि वे टूटा चावल, खराब गेहूं, पराली और गन्ना इस प्लांट में लाएं. यह डिस्टिलरी इन्हें खरीदेगी. इससे किसानों को अनाज का दाम तो मिलेगा ही, साथ में पराली और बेकार सामान से भी कमाई होगी. 1200 करोड़ रुपये की लागत से बने इस प्लांट से दो हजार लोगों को सीधे और इतने ही लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा.