यूपी में इन गाँव की सड़के होंगी बेहतर, 6 करोड़ 35 लाख रुपए मंजूर
.png)
उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण सड़कों के नवीनीकरण के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है. जिसके तहत 6.35 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है. इस योजना का उद्देश्य गांवों की सड़कों को हर पांच साल में नवीनीकरण कराकर उनकी गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार करना है.
6.35 करोड़ से संवरेंगी गांवों की सड़कें
बहराइच अब तक ग्रामीण सड़कों के नवीनीकरण का चक्र आठ साल था. लेकिन बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या के कारण सड़कों की स्थिति जल्दी खराब हो रही थी. इसलिए सरकार ने नवीनीकरण चक्र को घटाकर पांच साल करने का निर्णय लिया है. लोक निर्माण विभाग ने इस प्रस्ताव को तैयार किया है. जिसे जल्द ही लागू किया जाएगा. छह करोड़ 35 लाख से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों का कायाकल्प होगा. इसके लिए जिला पंचायत ने कार्ययोजना तैयार कर ली है. इस धनराशि से 35 स्थानों पर सड़क, नाली व खड़ंजा का निर्माण किया जाना है. कार्ययोजना बनाते समय छह विकासखंडों से दूरी बनाई गई है. जहां एक भी कार्य नहीं कराया जाएगा. सबसे ज्यादा कार्य हुजूरपुर ब्लॉक के खाते में आए हैं.
विकास के इस असंतुलन को लेकर भी क्षेत्र में चर्चा है. इस योजना के तहत सड़कों के निर्माण के साथ.साथ पांच साल तक मेंटनेंस का जिम्मा संबंधित ठेकेदारों पर रहेगा. जिससे सड़कों की स्थिति हमेशा दुरुस्त रहेगी इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में दुर्घटनाओं में कमी आएगी और ग्रामीणों को बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी. जिला पंचायत वैसे तो पूरे जिले के लिए पंचायत की सबसे बड़ी संस्था है, लेकिन विकास कार्य सबसे ज्यादा हुजूरपुर ब्लॉक में देखने को मिल रहा है. इसको लेकर चर्चा है। कैसरगंज, जरवल और शिवपुर विकास क्षेत्र के ज्यादातर गांव कटान प्रभावित श्रेणी के हैं. यहां विकास की अधिक दरकार है. पयागपु, रिसिया और विशेश्वरगंज ब्लॉक के कुछ गांवों में सड़कों व ड्रेनेज की समस्या है. इन विकास क्षेत्रों का जिला पंचायत की नजरों में न आना एक यक्ष प्रश्न है.
नई नीति से होगा निरंतर सुधार
इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी और किसानों को अपने उत्पाद बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी. साथ ही यह रोजगार के अवसर भी उत्पन्न करेगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करेगा. जिला पंचायत ने ग्रामीण क्षेत्रों में विकास का खाका तैयार किया है. इसके तहत जिले के 14 ब्लॉकों में से आठ में सीसी रोड, नाली व खड़ंजा का निर्माण कराने की तैयारी है. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी पूरी की जा चुकी है. कुल 35 स्थानों पर निर्माण कार्य कराया जाना है. इसमें हुजूरपुर ब्लॉक में ही 23 कार्य कराए जाएंगे, जबकि फखरपुर, महसी, मिहींपुरवा व नवाबगंज में एक-एक कार्य, बलहा व तेजवापुर में तीन-तीन कार्य होने हैं. इन क्षेत्रों में 10 से 15 दिनों में काम शुरू हो जाएगा.
वहीं इसी जिले के पयागपुर, कैसरगंज, जरवल, शिवपुर रिसिया व विशेश्वरगंज ब्लॉक में एक भी काम का आवंटन नहीं किया गया है. बोर्ड बैठक में जितना प्रस्ताव आया, उसी के तहत विकास का खाका तैयार किया गया है. उसी कार्य के टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जा रही है. जिससे गांवों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा. सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के सुधार के लिए करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है. इस बजट से प्रदेश के विभिन्न गांवों की जर्जर सड़कों का पुनर्निर्माण किया जाएगा. जिससे ग्रामीणों को बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी. इन सुधारों से न केवल ग्रामीणों को बेहतर सड़कें मिलेंगी. बल्कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा. बेहतर सड़कें कृषि उत्पादों की ढुलाई, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति में सहायक होंगी. इसके अतिरिक्त यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगा.