बस्ती में ई-रिक्शा के लिए नय नियम जारी, चालकों की घटेगी कमाई!
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उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में ई.रिक्शा चालकों और यात्रियों के लिए एक नया नियम लागू कर दिया गया है. प्रशासन द्वारा नया रूट चार्ट लागू किए जाने के बाद ई.रिक्शा को अब तय मार्गों पर ही चलने की अनुमति दी गई है. इस कदम का उद्देश्य यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाना और अव्यवस्थित तरीके से चल रहे ई.रिक्शा संचालन को नियंत्रित करना है.
बस्ती में ट्रैफिक जाम, बढ़ती भीड़ और अव्यवस्था बनी चुनौती
बस्ती प्रशासन ने शहर के भीतर और आस.पास के प्रमुख मार्गों के लिए ई.रिक्शा के तय रूट निर्धारित किए हैं. इसके तहत अब हर ई.रिक्शा चालक को एक निश्चित मार्ग पर ही संचालन की अनुमति होगी. कोई भी चालक बिना निर्धारित रूट के अन्य रास्तों पर सवारी नहीं बैठा सकेगा. प्रशासन के अनुसार यह योजना ट्रैफिक जाम, अनियंत्रित ई.रिक्शा संचालन और अवैध पार्किंग की समस्या को हल करने के उद्देश्य से लाई गई है. ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए प्रशासन ने ई-रिक्शा के लिए नया रूट चार्ट लागू किया है. इस नियम के तहत ई-रिक्शा अब केवल निर्धारित मार्गों पर ही चल सकेंगे.
बस्ती में लागू किया गया नया ई.रिक्शा रूट चार्ट एक व्यवस्था सुधार की दिशा में सकारात्मक कदम है. हालांकि इसमें कुछ चालकों को कमाई की चिंता भी सता रही है. प्रशासन को चाहिए कि वह रूट निर्धारण में लचीलापन रखे और स्थानीय जरूरतों के अनुसार नीति में बदलाव करता रहे. दूसरी तरफ कई चालक इस नियम से परेशान हैं. उनका कहना है कि रूट की पाबंदी से उनकी कमाई प्रभावित हुई है. गांधीनगर क्षेत्र के चालक अंकित ने बताया कि पहले वे रोजाना 600-700 रुपये कमा लेते थे. अब यह घटकर 200-300 रुपये रह गई है. कुछ चालक बैंक लोन की किस्त चुकाने में भी परेशानी का सामना कर रहे हैं. यदि यह व्यवस्था सही तरीके से लागू होती है. तो बस्ती शहर में यातायात की स्थिति और ई.रिक्शा संचालन दोनों में उल्लेखनीय सुधार देखा जा सकता है.
सड़क पर अतिक्रमण, अनियंत्रित बस और टैक्सी स्टॉप
नए नियम को लेकर ई-रिक्शा चालकों में दो तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. स्टेशन रूट के चालक सुरेश कुमार शर्मा का कहना है कि नया नियम फायदेमंद है. उनके अनुसार अब सवारियों के लिए झगड़े कम होंगे. साथ ही यात्री सेवा में भी सुधार होगा. कुछ चालक संगठनों ने प्रशासन से नियमों में छूट देने की मांग की है. प्रशासन का मानना है कि नए नियम से मुख्य मार्गों पर यातायात सुगम होगा और जाम की समस्या दूर होगी. बस्ती शहर जो तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है. आजकल एक गंभीर समस्या से जूझ रहा है ट्रैफिक जाम. मुख्य चौराहों, बाजारों और सरकारी दफ्तरों के आसपास रोजाना जाम की स्थिति देखने को मिल रही है.
जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है. शहर में ई.रिक्शा की संख्या तेज़ी से बढ़ी है. लेकिन नियमन की कमी और रूट चार्ट की अनदेखी के कारण वे हर जगह रुकते हैं. जिससे यातायात बाधित होता है. दुकानों और ऑफिसों के बाहर सड़क पर ही वाहन खड़े कर दिए जाते हैं. जिससे सड़कें संकरी हो जाती हैं और ट्रैफिक रेंगने लगता है. फुटपाथ और सड़क के किनारे ठेले, दुकानदारों की अस्थायी दुकानें और निर्माण सामग्री ने ट्रैफिक के लिए जगह ही नहीं छोड़ी. निजी बस और टैक्सी चालक सड़कों के बीच में सवारी उतारते.चढ़ाते हैं. जिससे ट्रैफिक रुक जाता है.