अयोध्या में चला बुलडोजर!, अवैध बस्ती हटाने की मांग
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अयोध्या के बस्ती क्षेत्र में हाल ही में एक विवादास्पद बुलडोजर कार्रवाई हुई. जिससे स्थानीय निवासियों में भय और आक्रोश फैल गया. स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और मांग की कि उनके क्षेत्र में भी बुलडोजर चलाया जाए. ताकि अवैध निर्माणों और अतिक्रमणों को हटाया जा सके.
अयोध्या की बस्ती में क्या हुआ, कॉलोनी वाले भागे
इस घटना के संदर्भ में अयोध्या विकास प्राधिकरण ने पिछले वर्ष 40 स्थानों को अवैध कॉलोनियों के रूप में चिन्हित किया था. जिनमें बाग बिजैसी, तारापुर रजौली, माझा कलां, रानोपाली और बनबीरपुर शामिल हैं. इन क्षेत्रों में कई संरचनाओं पर बुलडोजर कार्रवाई की गई है. हालांकि कुछ नेताओं ने इन कार्रवाइयों को राजनीतिक साजिश और बदनामी का प्रयास बताया है. साहब...विवादित भूमि पर लंबे समय से अवैध बस्ती है. गत दिनों यहां रहने वाले असम के एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और बेटे की हत्या कर दी थी.
यहां रहने वाले लोगों की गतिविधियां संदिग्ध हैं. इन्हें यहां से हटाया जाना आवश्यक है. यह सामाजिक सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते हैं. पहले भी कई बार प्रार्थनापत्र दिया गया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. कालोनीवासियों ने कहाकि यदि उनकी मांग को इस बार भी अनसुना किया गया तो मुख्यमंत्री से मिल कर इसकी शिकायत की जाएगी, क्योंकि ऐसी अवैध बस्ती रामनगरी की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है. आशंका है कि गलत पहचान पत्र के सहारे ये लोग रह रहे हैं. इससे यहां रह रहे लोगों में भय व्याप्त है. इसके बाद लोग जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे, जहां रेजीडेंट मजिस्ट्रेट अरविंद कुमार श्रीवास्तव से मिले. उन्हें भी प्रकरण से अवगत करा कर लोगों ने झुग्गी खाली कराने की मांग की.
अयोध्या की बस्ती में बुलडोजर कार्रवाई, क्या हुआ था
स्थानीय निवासियों का कहना है कि जब अन्य क्षेत्रों में बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है. तो उनके क्षेत्र में क्यों नहीं उन्होंने अधिकारियों से समान कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में स्थानीय नेताओं और निवासियों के बीच विवाद और आरोप.प्रत्यारोप का दौर जारी है. स्थानीय प्रशासन ने इस पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है. लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थिति पर नजर रखी जा रही है. यह कहना था देवकाली के शिवपुरम कालोनी के लोगों का। ये लोग यहां लंबे समय से स्थापित अवैध बस्ती को हटाने की मांग लेकर पहुंचे थे. आ
शीष पांडेय, अतुल कुमार तिवारी, वेदप्रकाश तिवारी, अशोक श्रीवास्तव, रामजन्म यादव, जितेंद्र कुमार व शरदचंद्र सहित काफी संख्या में लोग पहले एसएसपी राजकरन नय्यर से मिलने पहुंचे, जहां एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी जनसुनवाई करते मिले. लोगों ने उन्हें प्रार्थनापत्र देकर अवगत कराया कि वर्ष 2023 में एक जनसूचना के जवाब में पुलिस ने उत्तर दिया था कि दस दिन में झुग्गी खाली करके लोग चले गए जाएंगे, लेकिन आज तक झुग्गी खाली नहीं हुई. यहां बाहरी लोग भी आकर कई-कई दिनों तक ठहरते हैं. इनकी गतिविधियां ठीक नहीं है.