यूपी के बस्ती में हुआ व्यापारी महाकुंभ, 6 प्रस्ताव किए गए पास
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बस्ती लगातार आर्थिक दबाव, बढ़ते कर बोझ, प्रशासनिक सख्ती और बढ़ती महंगाई के बीच व्यापारी वर्ग इस समय बेहद कठिन दौर से गुजर रहा है, महामारी के बाद से पूरी तरह उबर भी नहीं पाए व्यापारियों पर अब नए नियम.कानूनों, छापेमारी और जुर्मानों के रूप में अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा है. हैरानी की बात यह है कि इस उत्पीड़न पर सरकारें चुप्पी साधे हुए हैं.
आर्थिक अस्थिरता और सरकारी नजरअंदाजगी
छोटे और मझोले व्यापारियों का कहना है कि उन्हें हर महीने किसी न किसी सरकारी एजेंसी का सामना करना पड़ता है. कभी जीसीटी विभाग की जांच, तो कभी लाइसेंस और परमिट के नाम पर अनावश्यक परेशानियां. इसके बावजूद सरकारें उनकी समस्याओं की तरफ से आँख मूँद कर बैठी हैं. बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल द्वारा रेलवे स्टेशन मार्ग पर स्थित एक होटल के सभागार में आयोजित व्यापारी महाकुंभ में व्यापारी हितों से सम्बंधित 6 प्रस्ताव पारित किये गये. मुख्य अतिथि व्यापारी कल्याण बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील सिंघी ने कहा कि केन्द्र और राज्य की सरकारें व्यापार को सुगम बनाये, समस्याओें के समाधान की दिशा में निरन्तर कार्य कर रही है.
इसके बावजूद देश के किसी भी हिस्से में व्यापारी उत्पीड़न, धन उगाही आदि के मामलोें में त्वरित कार्यवाही करायी जाती है. कहा कि किसान और व्यापारी एक दूसरे के पूरक है. बस्ती के एक किराना व्यापारी का कहना है. हम रोज़ाना ग्राहकों से ज्यादा अधिकारियों से निपटते हैं. हर दस्तावेज़ की जांच, हर बिल की पूछताछ ऐसा लगता है जैसे हम अपराधी हैं, व्यापारी नहीं. उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल के प्रदेश चेयरमैंन महेन्द्रजैन मयूर ने कहा कि देश और उत्तर प्रदेश का उद्यमी, व्यापारी कठिन दौर से गुजर रहा है। जीएसटी के नाम पर शोषण, विभागीय स्तर पर मनमानी, उत्पीड़न अपने चरम पर है। ऐसी स्थिति में केन्द्र और राज्य की सरकारें उद्यमियों, व्यापारियों, की सुने इसके लिये हम सबको अपने अधिकारों के लिये एकजुट होना होगा।
छोटे व्यापारियों पर सबसे ज़्यादा मार
व्यापारी महाकुंभ को देवेश रस्तोगी, सुनील पाण्डेय, आनन्द राजपाल, ओम प्रकाश आर्य, सूर्य कुमार शुक्ल, प्रभात सोनी, धर्मेन्द्र चौरसिया, एस.एन. गुप्ता, आत्मा प्रसाद पाठक आदि ने सम्बोधित करते हुये विन्दुवार समस्याओें को रखा. पारित 6 प्रस्तावांें में जांच के लिये आधुनिक खाद्य प्रयोगशालाओं की जनपद स्तर पर स्थापना, बस्ती जनपद में दो के स्थान पर एक टोला प्लाजा संचालित किये जाने, मद्धेशिया, कसौधन समाज का जाति प्रमाण-पत्र निर्गत किये जाने, जीएसटी पंजीकृत व्यापारियोें का आयुष्मान कार्ड बनाये जाने, व्यापार संचालन के लिये एकल खिड़की लागू किये जाने, राज्यसभा और विधान परिषदोें में व्यापारियों के प्रतिनिधित्व के लिये सीट निर्धारित किये जाने आदि की मांग शामिल है. व्यापारी महाकुंभ में आये अतिथियों, प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुये जिलाध्यक्ष सुनील कुमार गुप्ता ने जमीनी मुद्दे उठाये. संचालन करते हुये सूर्य कुमार शुक्ल ने राष्ट्रीय, प्रादेशिक और जनपद स्तरीय व्यापारियों की समस्याओें पर विस्तार से प्रकाश डाला.
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उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मण्डल के प्रदेश चेयरमैंन महेन्द्रजैन मयूर ने बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के पदाधिकारियों को शपथ दिलाया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से अरूण सिंह, देवेन्द्र श्रीवास्तव, पद्युम्न शुक्ल, सत्यनरायन पटवा, प्रमोद गुप्ता, हरिराम निषाद, कुन्दन वर्मा, प्रेमचन्द्र गुप्ता, दिनेश जायसवाल, आशुतोष पाण्डेय, राजेश सोनी, विष्णु सोनी, राजेश सोनी, अजय अग्रहरि, अजय चौधरी, ओम प्रकाश चौधरी, चर्तुभुज तिवारी, सन्तोष चौधरी, शैलेन्द्र चौधरी, रवि भूषण त्रिपाठी, विनय मिश्र, संदीप जायसवाल, महेन्द्र चौरसिया, रविचन्द्र शुक्ल, हाजी मोहम्मद आलम, अनूप अरोरा, रंजीत श्रीवास्तव, अनिल, हरिमोहन वर्मा, सतीश सोनकर, कन्हैया अग्रहरि, शिवलाल जायसवाल, डब्बू श्रीवास्तव, प्रमोद गुप्ता, विवेक गिरोत्रा, मनोज सर्राफ, राजन गुप्ता, लालजी सिंह, मनोज, ऋषभ, अशोक कुमार निगम, विनोद सचदेवा, राजीव गभीर, हिमांशु, पवन कसौधन, रामकुमार, वृजमंगल बरनवाल, अमर सिंह यादव, आद्या प्रसाद, सुनील, विकास, दिव्यांशु, भोलानाथ, मोबीन अली, जावेद, बजरंग लाल, मनीष, कल्लू बाबा, मनमोहन, स्नेह पाण्डेय, शोभित, रवि पासवान, रमेश गुप्ता के साथ ही हजारोें की संख्या में जनपद के व्यापारी शामिल रहे.