यूपी के इस जिले को मिलेगा यह खास रोड, गोरखपुर जाने में होगी आसान
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आजकल बढ़ते हुए यातायात और जाम की समस्या ने आम जनता की जिंदगी को परेशान कर दिया है. खासकर शहरों में ट्रैफिक जाम अब एक आम समस्या बन गई है. लोग घंटों अपनी मंजिल तक पहुँचने में ही व्यस्त रहते हैं. जिससे न सिर्फ समय की बर्बादी होती है बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ता है. इस समस्या से मुक्ति पाने के लिए कुछ उपायों पर ध्यान केंद्रित करना बेहद जरूरी है.
फर्राटेदार होगा राम नगरी तक का सफर
एक प्रमुख उपाय जो ट्रैफिक जाम को कम कर सकता है. वह है सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग. आजकल अधिकांश शहरों में बसे हुए मेट्रो, बसें, और ट्रेने उपलब्ध हैं जो लोगों को जल्दी और आराम से यात्रा करने का अवसर प्रदान करती हैं, अगर लोग व्यक्तिगत वाहनों की बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, तो सड़क पर वाहनों की संख्या में कमी आएगी और ट्रैफिक जाम की समस्या भी घटेगी, राजधानी लखनऊ के जल्द ही एक और एलिवेटेड रोड की सौगात मिलने जा रही है.
लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से फेजिनीलतय सर्वे का काम भी लगभग पूरा हो गया है. प्रस्तावित एलिवेटेड रोड पॉलिटेक्निक चौराहे से इनिदरा नहर तक होगा जा कि 8-10 किमी लम्बा स्ट्रेच है. इस एलिवेटेड रोड के बनने से अयोध्या और गोरखपुर का सफर आसान हो जाएगा, साथ ही मौजूदा समय में इस स्ट्रेच पर रोजाना लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी. इस एलिवेटेड रूट के बनने से शहर के ट्रैफिक से मुक्ति मिलेगी ही साथ ही अयोध्या और गोरखपुर का सफर भी आसान होगा. सीतापुर की तरफ से आने वाले वाहन सीधे इंजीनियरिंग कॉलेज फ्लाईओवर से होते हुए खुर्रमनगर, मुंशीपुलिया फ्लाईओवर होते हुए सीधे अयोध्या रोड पहुंच जाएंगे. आम दिनों में इस रूट पर हैवी ट्रैफिक रहता है.
जाम की किचकिच से मिलेगी मुक्ति
शहरों में ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण करना एक प्रभावी कदम हो सकता है. ये सड़कों को ऊंचाई या गहराई में परिवर्तित करके यातायात को सुचारू बनाने का काम करते हैं. इससे वाहनों को बिना रुकावट के एक जगह से दूसरी जगह जाने में आसानी होती है. और ट्रैफिक जाम कम होता है. जानकारी के मुताबिक ने पॉलिटेक्निक से इंदिरा नहर तक का हिस्सा पीडब्लूडी को रखरखाव के लिए सौंप दिया है. लिहाजा अब इस रूट पर बनने वाले एलिवेटेड रोड के निर्माण की जिम्मेदारी सेतु निगम को मिलेगाी. हालांकि, पॉलिटेक्निक से इंदिरा नहर के बीच सड़क पर कई अवैध कब्जे भी हैं,
जिन्हे अब हटाया जाएगा. बताया जा रहा है कि निर्माण शुरू होने से पहले स्क्। अवैध कब्जे वाले हिस्सों को चिन्हित कर वहां से अतिक्रमण हटवाएगा. दरअसल, हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने प्रदेश सरकार को पॉलीटेक्निक से किसान पथ तक एलीवेटेड रोड के साथ-साथ मेट्रो रेल सेवा शुरू करने के संबंध में एकीकृत योजना बनाने के लिए दो माह का समय दिया है. स्क्। के अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि एलिवेटेड रोड के लिए कोर्ट ने दो माह का समय और दिया है, तब तक इसका डीपीआर तैयार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह एलिवेटेड रोड करीब 8-10 किमी लंबा होगा.