यूपी में जल्द शुरू होगा यह बड़ा प्रोजेक्ट, बनेगा एलीवेटेड ट्रैक
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उत्तर प्रदेश में स्थित कानपुर के रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को एक नई दिशा देने जा रही मंधना-अनवरगंज एलीवेटेड रेलवे परियोजना अब तेजी से शुरू हो चुकी है. इस परियोजना के तहत छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के पास प्रस्तावित भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बनने वाले भव्य रेलवे स्टेशन को मेट्रो नेटवर्क से भी जोड़ा जाएगा.
इस एलीवेटेड ट्रैक की कुल लंबाई 16.25 किलोमीटर होगी, जिसकी लागत लगभग 995 करोड़ रुपये आंकी गई है. रेलवे विभाग ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली है. स्टेशन के डिजाइन और निर्माण कार्यों की निविदा 16 अप्रैल 2025 को खोली जाएगी. परियोजना को अगले दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है.
निर्माण कार्य शुरू होते ही मंधना तक रेल सेवा शुरू कर दी जाएगी. इस परियोजना के तहत कल्याणपुर और रावतपुर रेलवे स्टेशन को हटाया जाएगा. इसके बाद 18 रेलवे क्रॉसिंग, जिनमें जरीब चौकी जैसे व्यस्ततम क्षेत्र भी शामिल हैं, पर लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी. अनुमान है कि लगभग 50 लाख लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा.
जिला प्रशासन, नगर निगम और लोक निर्माण विभाग की संयुक्त समिति द्वारा एलीवेटेड ट्रैक मार्ग में आ रहे 87 अवैध निर्माणों को हटाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. संबंधित विभागों को आदेश दिए गए हैं कि वे तेजी से कार्रवाई करें ताकि निर्माण कार्य में कोई बाधा न आए.
मंडलायुक्त ने की तीन घंटे लंबी समीक्षा बैठक
मंडलायुक्त श्री के. विजयेन्द्र पांडियन ने शिविर कार्यालय में एक उच्चस्तरीय बैठक में रेलवे, प्रशासन, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अनवरगंज से मंधना तक के इस एलीवेटेड रेलवे ट्रैक को जल्द से जल्द शुरू किया जाए, ताकि उत्तर और दक्षिण कानपुर के बीच यातायात सुगम हो सके और शहरी विकास को गति मिल सके.
बैठक में मेट्रो परियोजना निदेशक अरविंद मीणा को निर्देशित किया गया कि वह रेलवे अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर विश्वविद्यालय के सामने बनने वाले अटल स्टेशन और मेट्रो स्टेशन को स्काई वॉक के माध्यम से सीएसजेएमयू और एसपीएम से जोड़ने की कार्ययोजना तैयार करें.
लंबी दूरी की ट्रेनें बदलेगी मार्ग
निर्माण कार्य के दौरान अनवरगंज-कासगंज रेलखंड पर चलने वाली 50 से अधिक लंबी दूरी की ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से संचालित किया जाएगा, ताकि यातायात प्रभावित न हो.
मंडलायुक्त पांडियन ने साफ किया कि परियोजना को निर्धारित समयसीमा के भीतर हर हाल में पूरा कराया जाएगा. किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बैठक में नगर आयुक्त, पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता सहित सभी प्रमुख विभागों के अधिकारी मौजूद थे.