यूपी में इंडियन रेलवे बनाएगा 6 जिलों को जोड़ने वाला रिंग रोड, लाखों लोगों को मिलेगा फायदा
उत्तर प्रदेश के 6 जिलों को जोड़ते हुए खास रिंग रेल बनने जा रहा है
महाकुंभ 2025 को लेकर तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। ऐसे में महाकुंभ मेला के सुरक्षित आयोजन को लेकर सभी विभाग अपने-अपने स्तर से लगातार ट्रायल करते हुए नजर आ रहे हैं। अभियान के तहत आपदाओं से बचने व उसके नुकसान को कम करने के तरीके बताएं गए।
6 जिलों की रूटों पर बनेगा रिंग रेल
कुल 560 टिकटिंग पॉइंट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। जहां टिकट, खाने-पीने, चिकित्सा आदि की सुविधाएं होगी। प्रयागराज जंक्शन पर छह बेड वाला ‘आबज़र्वेशन रूम’ बनाया गया है जहां यात्रियों को चिकित्सा सहायता देने के लिए सभी प्रकार के उपकरण जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर, ईसीजी मशीन, ग्लूकोमीटर, नेब्यूलाइज़र, स्ट्रेचर आदि उपलब्ध कराए गए हैं। भारतीय रेलवे के सभी हिस्सों से रेलवे सुरक्षा बल और राजकीय रेलवे पुलिस के 18,000 से अधिक जवानों को ड्यूटी पर प्रयागराज लाया जा रहा है.
इस दौरान प्रयागराज जंक्शन पर नगर की तरफ से प्रवेश और सिविल लाइन की तरफ से निकासी की व्यवस्था रहेगी। प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी, प्रयागराज छिवकी, प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज संगम और झूंसी सहित कुल नौ रेलवे स्टेशन के साथ-साथ मेला क्षेत्र में कुल 560 टिकटिंग पॉइंट उपलब्ध कराए जा रहे है। इसके अलावा सीपीआर देने की तकनीक, इंप्रोवाइज राफ्ट बनाने की तकनीक और उसे इस्तेमाल करने के साथ ही पीड़ित को अस्पताल ले जाने से पूर्व चिकित्सा उपायों आदि की जानकारी दी गयी। वहीं सीसीटीवी नियंत्रण कक्षों में लाइव फुटेज के साथ 1186 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है, जिनमें से करीब 116 कैमरों में असामाजिक तत्वों की पहचान करने के लिए कृत्रिम मेधा ;एआई, आधारित फेस रिकग्निशन सिस्टम उपलब्ध है।
Indian Railway का महाकुंभ पर बड़ा फैसला
जोशी ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी नियंत्रण कक्षों में लाइव फुटेज के साथ 1186 सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील रहेंगे जिनमें से करीब 116 कैमरों में असामाजिक तत्वों की पहचान करने के लिए कृत्रिम मेधा (एआई) आधारित ‘फेस रिकग्निशन सिस्टम’ उपलब्ध है। जोशी ने बताया कि इन काउंटर से प्रतिदिन लगभग 10 लाख टिकट वितरित किए जा सकेंगे. रेलवे ने महाकुंभ मेला के दृष्टिगत अब अग्रिम रेलवे टिकट 15 दिन पूर्व लेने की सुविधा शुरू की है। अधिकारियों के मुताबिक, इन 3,000 विशेष ट्रेन में से 1800 ट्रेन छोटी दूरी के लिए, 700 ट्रेन लंबी दूरी के लिए और 560 ट्रेन रिंग रेल पर चलाई जाएंगी।
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने पत्रकारों को बताया कि प्रयागराज-अयोध्या-वाराणसी-प्रयागराज, प्रयागराज-संगम प्रयाग-जौनपुर-प्रयाग-प्रयागराज, गोविंदपुरी-प्रयागराज-चित्रकूट-गोविंदपुरी और झांसी-गोविंदपुरी-प्रयागराज-मानिकपुर-चित्रकूट-झांसी मार्गों पर रिंग रेल की योजना तैयार की गई है। जोशी ने बताया कि इन काउंटर से प्रतिदिन लगभग 10 लाख टिकट वितरित किए जा सकेंगे रेलवे ने महाकुंभ मेला के दृष्टिगत अब अग्रिम रेलवे टिकट 15 दिन पूर्व लेने की सुविधा शुरू की है। इसके अलावा प्रयागराज जंक्शन पर छह बेड वाला आबज़र्वेशन रूम बनाया गया है। यहां यात्रियों को चिकित्सा सहायता देने के लिए सभी प्रकार के उपकरण जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर, ईसीजी मशीन, ग्लूकोमीटर, नेब्यूलाइज़र, स्ट्रेचर आदि उपलब्ध कराए गए हैं।