लखनऊ से इस जिले तक Expressway हो गया तैयार ?, 63 किलोमीटर लंबा Expressway इस महीने से होगा शुरू !
कानपुर हाईवे पर वाहनों की बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है
उत्तर प्रदेश में स्थित लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है। यह 63 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे 2025 के जून महीने से पहले तैयार होने की उम्मीद है। संबंधित विभाग का कहना है कि इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने से लखनऊ से कानपुर की यात्रा केवल 35 मिनट में पूरी हो जाएगी। यह सुविधा न केवल यात्रा के समय को कम करेगी, बल्कि पर्यटन, व्यापार और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। इससे पर्यटकों और वाणिज्यिक वाहनों के लिए एक शहर से दूसरे शहर में आसानी से यात्रा करना संभव होगा। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से क्षेत्रीय विकास को भी नई गति मिलेगी, जिससे आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।
कानपुर हाईवे पर वाहनों की बढ़ती भीड़ को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे को लखनऊ रिंग रोड से जोड़ा जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे लखनऊ के शहीद पथ से शुरू होकर नवाबगंज, बंथरा, बनी, दतौली कांठा, तौरा, नेओरना, अमरसास और रावल मार्ग के माध्यम से कानपुर तक पहुंचेगा।
इस महत्वपूर्ण परियोजना का निर्माण भारतमाला योजना के अंतर्गत किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट पर लगभग 4700 करोड़ रुपये की लागत आने की संभावना है। विशेष तकनीक का उपयोग करते हुए एलिवेटेड सड़क के लिए गर्डर का निर्माण किया जा रहा है। यह सड़क लगभग 3.5 किलोमीटर लंबी होगी और इसे राष्ट्रीय राजमार्ग 25 के मानकों के अनुसार विकसित किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से स्थानीय निवासियों को रोजगार का अवसर प्रदान किया जाएगा।
उन्नाव से वाहन बनी तक 45 किलोमीटर लंबी छह लेन की सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इस परियोजना के तहत एक्सप्रेस-वे के निर्माण से क्षेत्र में औद्योगिक विकास को नई गति मिलेगी। लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे के निर्माण से लखनऊ के 14 गांवों को सीधे जोड़ा जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे का मार्ग इन गांवों के बीच से गुजरेगा, जिससे स्थानीय निवासियों को यात्रा में सुविधा मिलेगी। शामिल गांवों में अमौसी, बनी, बंथरा, सिकंदरपुर, बेहसा, फरुखाबाद, चिल्लावां, गहरू, गौरी, खांडेदेव, मीरनपुर पिनवट, नटकुर और सराय शहजारी हैं।