यूपी में इन दो जिलों को जोड़ने वाले Expressway को मंजूरी, लिए गए कई बड़े फैसले
विंध्य एक्सप्रेस-वे बनने से मिर्जापुर के ट्रांसपोर्ट कारोबार को संजीवनी मिलेगी। इसके साथ ही आसपास के जिलों सहित पूरे पूर्वांचल में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यूपीवालों के लिए गुड न्यूज है। महाकुंभ में हुई योगी कैबिनेट ने अन्य कई प्रस्तावों के साथ मिर्जापुर से प्रयागराज तक छह लेन के एक्सप्रेस वे को भी मंजूरी दे दी है।
विंध्य एक्सप्रेस.वे से मिर्जापुर के ट्रांसपोर्ट कारोबार को मिलेगी संजीवनी
विंध्य एक्सप्रेस-वे को मंजूरी मिलने से मिर्जापुर ही नहीं, वाराणसी समेत पूर्वांचल के कई जिलों में विकास को रफ्तार मिलेगी। यातायात व्यवस्था बेहतर होने के साथ जिले के पर्यटन और ट्रांसपोर्ट कारोबार को संजीवनी मिलेगी। इसके अलावा खनन पीतल उद्योग को भी फायदा पहुंचेगा। इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसे विन्ध्य एक्सप्रेसवे का नाम दिया गया है। लिंक एक्सप्रेसवे के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दी गई है। यह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर चित्रकूट से शुरू होकर बारा तक जाएगा। महाकुंभ नगर के अरैल त्रिवेणी संकुल में मंत्री परिषद की बैठक सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई। सीएम योगी ने कहा, महाकुंभ में आए सभी लोगों का मैं स्वागत करता हूं। महाकुंभ में पहली बार पूरा मंत्रिमंडल मौजूद है। हमारे सहयोगी सभी मंत्रियों ने यहां पर महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा की है, राज्य के विकास से जुड़ी नीतियों पर चर्चा हुई और प्रयागराज से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।श् महत्वपूर्ण मामले में उत्तर प्रदेश एयरोस्पेस और रक्षा एवं रोजगार से संबंधित नीति है इस नीति के 5 साल पूरे हो गए हैं। अब इसे नए सिरे से बनाने की व्यवस्था की है।श् बैठक के बाद सीएम योगी मंत्रियों के साथ संगम स्नान के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में नया कैपिटल रीजन बनेगा। उन्होंने बताया कि मंत्रिपरिषद की बैठक में निवेश के प्रस्तावों पर चर्चा हुई। इसमें प्रयागराज के विकास पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि कई निवेश के प्रस्ताव आए हैं। प्रदेश की योगी सरकार ने प्रयागराज महाकुंभ में संगम के तट पर आयोजित कैबिनेट की बैठक में विंध्य एक्सप्रेस-वे के निर्माण को मंजूरी दी है। 22 हजार 400 करोड़ से 320 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे मिर्जापुर से प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र को जोड़ेगा। मिर्जापुर जिले में प्रमुख उद्योग पत्थर खनन, पीतल और कालीन का है। इन सबसे ट्रांसपोर्ट का बड़ा व्यवसाय जुड़ा हुआ है। जिले से पूरे पूर्वांचल, बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड तक यहां के उत्पादों का निर्यात किया जाता है।कैबिनेट की बैठक में विंध्य एक्सप्रेस.वे के निर्माण को मिली मंजूरी
मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंन्स में सीएम योगी ने बताया कि प्रयागराज के महाकुंभ को ध्यान में रखकर और पूरे क्षेत्र को सतत विकास के कार्यक्रम के साथ जोड़ने के लिए सरकार ने तय किया है कि प्रधानमंत्री जी के विजन के मुताबिक जैसे लखनऊ और आसपास के जनपदों को जोड़कर हमने स्टेट कैपिटल रीजन बनाकर विकास की योजना बनाई है। वैसे ही हम प्रयागराज और चित्रकूट को मिलाकर एक डेवलपमेंट रीजन हम यहां डेवलप करेंगे। इसके इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने के क्रम में हम गंगा एक्सप्रेसवे को विस्तार देंगे। यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज से मिर्जापुर, मिर्जापुर से भदोही, भदोही से संतरविदासनगर होते हुए यह काशी, चंदौली और गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा। इसके अलावा वाराणसी और चंदौली से यही एक्सप्रेसवे सोनभद्र को जोड़ते हुए नेशनल हाईवे के साथ जुड़ेगा। सीएम योगी ने बताया कि डेवलपमेंट के जो रीजन होंगे वे वास्तव में न केवल पर्यटन बल्कि आर्थिक उन्नयन में और रोजगार सृजन में अहम भूमिका का निर्वहन करेंगे। इसी तरह इंफरास्ट्रक्चर की दृष्टि से एक्सप्रेसवे का विस्तार हम लोग क जा रहे हैं जो प्रयागराज, विंध्य और काशी एक्सप्रेसवे के रूप में इसे हम लोग जानेंगे।