यूपी के इस नई रेलवे लाइन में इस स्टेशन का निर्माण शुरू
उत्तर प्रदेश के बस्ती मंडल के संत कबीर नगर जिले के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। संभावना जताई जा रही है कि संत कबीर नगर जिले के लोग वर्ष 2026 से खलीलाबाद से बहराइच तक का सफर रेलगाड़ी से कर पाएंगे। खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन बिछाने के कार्य में तेजी आ गई है।
जानें कब से दौड़ने लगेगी खलीलाबाद-बहराइच रेललाइन पर ट्रेन
खलीलाबाद से बखिरा, मेहदावल, डुमरियागंज, उतरौला, श्रावस्ती, भिनगा व बलरामपुर होते हुए बहराइच तक करीब 240.26 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाने से संबंधित प्रारंभिक काम इस समय तेजी से चल रहा है। केंद्र की मोदी सरकार की ओर से पूर्वांचल के विकास की दिशा में इसे बड़ा कदम भी माना जा रहा है। खलीलाबाद बहराइच रेलवे लाइन जिन क्षेत्रों से होकर गुजरेगी। उन क्षेत्रों के लिए आजादी के बाद से लोग रेल सफर का आनंद उठाने का इंतजार कर रहे थे। उनका यह इंतजार अब आने वाले 2026 तक पूरा होता दिख रहा है। रेलवे ने इस प्रोजेक्ट के तहत टेंडर प्रक्रिया पूरी कर खेसरहा में स्टेशन बनाने के तहत निर्माण सामग्री का गोदाम बनाकर मिट्टी की पटाई का कार्य किया जा रहा है। वहीं बांसी में गौरी गांव के पास छितौना व कोल्हुआ चकवा ग्रामसभा के मध्य रेलवे स्टेशन के लिए भूमि अधिग्रहीत की गई है। नई रेल लाइन परियोजना में संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती व बहराइच में कुल 32 स्टेशन होंगे। फिलहाल पहले फेज के लिए खलीलाबाद से बांसी तक रेल लाइन बिछाने और स्टेशन निर्माण के लिए आवश्यक 263 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित हो चुका है। पूरी परियोजना के लिए 1174 हेक्टेयर भूमि की आवश्यकता है। बांसी से बहराइच के मध्य रेल लाइन के फेज-दो कार्य को भारत सरकार के विशेष प्रोजेक्ट का दर्जा देने से कार्य में तेजी आ गई है। पहले फेज में पांच वर्ष में भौतिक सत्यापन के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई। भौतिक सत्यापन के बाद जिले में सामाजिक समाघात सर्वे में ही अधिक समय लग जाने के कारण भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में देरी हो चुकी है।दो चरण में पूरा होगा रेलमार्ग का निर्माण
नई रेल लाइन परियोजना को पूरा करने के लिए कार्य को दो फेज में बांटा गया है। पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक का कार्य पूरा करना है। दूसरे फेज में बांसी से बहराइच तक का कार्य शामिल है। इस परियोजना के लिए 4940 करोड़ रुपये लागत की स्वीकृति मिली है। इसको वर्ष 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। जिले के बांसी व डुमरियागंज क्षेत्र से गुजरने वाली नई रेल लाइन के लिए दोनों तहसीलों के 85 गांव के किसानों की भूमि अधिग्रहीत होनी है। इसके अलावा डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के 44 गांवों के किसानों की भूमि अधिग्रहण के लिए भौतिक सत्यापन हो चुका है। रेल विभाग की तरफ से इन गांवों की भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसके बाद निर्माण शुरू होगा। विशेष प्रोजेक्ट का दर्जा मिलने के बाद इस परियोजना ने गति पकड़ ली है। लंबे इंतजार के बाद बांसी और खेसरहा कस्बे के रेललाइन से जुड़ने की प्रक्रिया शुरू होने से स्थानीय लोगों में उत्साह है। खलीलाबाद से बहराइच तक 240 किमी लंबी नई रेल बिछाने के कार्य को अक्तूबर 2018 में मंजूरी मिली थी। इसमें बांसी तहसील के 22 गांवों के किसानों की भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। पांच गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। शेष विशेष प्रोजेक्ट में शामिल 25 गांव के किसानों की भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया चल रही है।