यूपी के इस Expressway को सरकार के तरफ़ से मंज़ूरी, 320 किलोमीटर लंबी होगी लंबाई
विंध्य एक्सप्रेस-वे बनने से मिर्जापुर के ट्रांसपोर्ट कारोबार को संजीवनी मिलेगी। इसके साथ ही आसपास के जिलों सहित पूरे पूर्वांचल में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। कुंभ में गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण का बड़ा निर्णय लेने वाली योगी सरकार ने इस महाकुंभ में भी प्रदेश के लोगों को विंध्य एक्सप्रेस-वे का उपहार दिया है। 320 किमी लंबाई का विंध्य एक्सप्रेस-वे प्रयागराज, वाराणसी, मीरजापुर, चंदौली और सोनभद्र को जोड़ेगा।
कारोबार को मिलेगी संजीवनी, बढ़ेगा रोजगार
विंध्य एक्सप्रेस-वे को मंजूरी मिलने से मिर्जापुर ही नहीं, वाराणसी समेत पूर्वांचल के कई जिलों में विकास को रफ्तार मिलेगी। यातायात व्यवस्था बेहतर होने के साथ जिले के पर्यटन और ट्रांसपोर्ट कारोबार को संजीवनी मिलेगी। इसके अलावा खनन, पीतल उद्योग को भी फायदा पहुंचेगा। इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। संगम तट पर हुई विशेष कैबिनेट बैठक में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए कई प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का भी विस्तार किया जाएगा और इसे काशी व पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा।योगी सरकार ने अपने लोक कल्याण के संकल्प के तहत कई अन्य प्रस्तावों को भी मंजूरी दी। प्रदेश की योगी सरकार ने प्रयागराज महाकुंभ में संगम के तट पर आयोजित कैबिनेट की बैठक में विंध्य एक्सप्रेस-वे के निर्माण को मंजूरी दी है। 22 हजार 400 करोड़ से 320 किमी लंबा एक्सप्रेस-वे मिर्जापुर से प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र को जोड़ेगा। मिर्जापुर जिले में प्रमुख उद्योग पत्थर खनन, पीतल और कालीन का है। इन सबसे ट्रांसपोर्ट का बड़ा व्यवसाय जुड़ा हुआ है। जिले से पूरे पूर्वांचल, बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड तक यहां के उत्पादों का निर्यात किया जाता है।एक्सप्रेस-वे बनेगा तो यातायात व्यवस्था होगी बेहतर
उन्होंने बताया कि प्रयागराज-चित्रकूट डेवलमेंट जोन और वाराणसी-विंध्य डेवलपमेंट जोन के रूप में दो सतत विकास क्षेत्र घोषित किए गए हैं। अभियोजना निदेशालय को स्वीकृति दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मीरजापुर में दस हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। कैबिनेट के अन्य निर्णयों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रयागराज, वाराणसी और आगरा म्युनिसिपल कारपोरेशन को बांड जारी करने की स्वीकृति दी गई है। इसके साथ ही 2018 में बनाई गई एयरोस्पेस डिफेंस पालिसी के नवीनीकरण का निर्णय भी किया। प्रयागराज को बड़ा उपहार देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां सलोरी से हेतापट्टी तक नए ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। शास्त्री ब्रिज और यमुना सिग्नेचर ब्रिज के समानांतर नए ब्रिज को भी सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तीनों ब्रिज स्मार्ट प्रयागराज की परिकल्पना को साकार करेंगे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों उप मुख्य मंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के साथ पत्रकारों के समक्ष आए और बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विंध्य एक्सप्रेस-वे के साथ ही 100 किमी लंबाई वाले विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण को सैद्धांतिक सहमति दी गई है।