यूपी में मेट्रो रेल परियोजना के लिए जमीन हस्तांतरण को लेकर बड़ी खबर, योगी कैबिनेट ने लिया यह फैसला
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योगी सरकार की मंत्रिपरिषद की बैठक में 19 महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की गई है। लोकभवन में हुई बैठक के उपरांत सोमवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि कुल 19 प्रस्तावों पर चर्चा हुई और सभी को सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गई है।
मेट्रो रेल परियोजना के लिये जमीन हस्तांतरण
यूपी के इस जिले में योगी कैबिनेट ने लगाई मुहर
उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल द्वारा लिए गए एक अन्य निर्णय में 10 हजार से लेकर 25 हजार रुपए मूल्य तक के भौतिक स्टांप को चलन से बाहर घोषित करने के लिए व्यवस्था निर्धारित करने के उद्देश्य से शासनादेश जारी किए जाने के संबंध में प्रस्ताव को भी मंत्रिमंडल ने अनुमोदित कर दिया है। यूपी की योगी कैबिनेट ने सोमवार को प्रदेश के विकास और किसानों को राहत वाले 19 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। इनमें आगरा में मेट्रो रेल के पहले और दूसरे चरण के लिये भूमि के हस्तांतरण सम्बन्धी प्रस्तावों पर भी मुहर लगा दी गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक के बाद वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने संवाददाताओं को बताया कि मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड की आगरा मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम चरण में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की भूमि को आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के पक्ष में निःशुल्क हस्तांतरित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। खन्ना ने बताया कि इसके लिए व्यय वित्त समिति द्वारा तय गई शर्तों के तहत आकलित पुनरीक्षित लागत धनराशि 23217.73 लाख रूपये के वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति के प्रस्ताव को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। खन्ना ने यह भी बताया कि आगरा में मेट्रो रेल परियोजना के द्वितीय कॉरिडोर के लिये गृह विभाग की 20 हजार 753 वर्ग मीटर जमीन को भी आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के पक्ष में निशुल्क हस्तांतरण किये जाने को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है। यह जमीन भी 90 वर्ष के पट्टे पर 30-30 वर्ष के नवीनीकरण के प्रावधान के साथ एक रुपये सांकेतिक मूल्य पर हस्तांतरित की जानी है। इटावा के सैफई में उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के अंतर्गत 300 शैय्या के गायनी ब्लॉक (100 शैय्या के पीडियाट्रिक ब्लॉक को शामिल करते हुए) के निर्माण के लिए पुनरीक्षित प्रायोजना की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति से संबंधित प्रस्ताव को भी मंत्रिमंडल ने हरी झंडी दे दी है। योगी कैबिनेट ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2425 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है। इसी दर से आगामी 17 मार्च से जून तक गेहूं की खरीद की जाएगी। राज्य में 6500 क्रय कें स्थापित किए जाएंगे। किसानों को मूल्य समर्थन योजना का ज्यादा से ज्यादा फायदा दिलाने के उद्देश्य से किसानों का गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदना सुनिश्चित किया जाएगा।