यूपी में दो जिलों के 189 गांव होंगे विकास प्राधिकरण में शामिल, भेजा गया प्रस्ताव
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एक आधुनिक शहर के रूप में विकास की ओर
यूपी के अयोध्या जिले में योगी सरकार ने अयोध्या मास्टर प्लान 2031 के माध्यम से प्रारंभ कर दिया है. अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अब चरणबद्ध तरीके से दूसरे चरण में मास्टर प्लान पूरी तरीके से तैयार कर चुका है जिसमें अयोध्या सहित गोंडा और बस्ती के 343 गांव को शामिल किया गया है जिसके तहत 873 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में इस योजना को तैयार किया जा रहा है. अयोध्या जिले को विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में विकास कार्य किया जा रहा है इसके लिए सीमा क्षेत्र में भी विस्तार होना तय है.
जिसमें गोंडा जिले के 126 गांव और अयोध्या के 154 गांव शामिल करवाए गए हैं. अब अमृत योजना के तहत प्रथम चरण में अयोध्या नगर निगम इसके साथ-साथ 65 गांव को मिलाकर 133 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में जीआईएस मास्टर प्लान लागू किया गया था. जिसको लेकर प्रदेश की योगी सरकार ने अनुमोदित किया है इस योजना में लगभग लगभग 11 लाख जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए यह योजना बनाई गई थी. अब विस्तार किया गया मास्टर प्लान 2031 और दूसरे चरण के तहत अयोध्या जिले के आसपास के जिलों में 189 गांव को शामिल करके 843 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र तक भूमिका बनाई गई है. इस दौरान बस्ती अयोध्या और गोंडा के 343 गांव को लाया गया है.
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अयोध्या को आधुनिक शहर बनाने के लिए प्रमुख लक्ष्य
यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अयोध्या को विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में उदय करने के लिए खाका खींच दिया है. इस बार अनुमानित जनसंख्या करीब 14 लाख लगभग लगभग शामिल करने की योजना बनाई जा रही है. गोंडा जिले के नवाबगंज और बस्ती जिले के विक्रमजोत ब्लॉकों के गांव को भी पूर्ण रूप से विस्तार किया जाएगा. सरयू नदी से लगे हुए 8 किलोमीटर के दायरे में सभी आने वाले गांव को पर्यटन हब के रूप में विकसित करके जोड़ा जाएगा. गोंडा जिले में नवाबगंज पालिका परिषद और अयोध्या जिले की भदरसा नगर पंचायत को भी विकास प्राधिकरण में शामिल कर लिया गया है.
अयोध्या विकास प्राधिकरण ने इस प्रस्ताव को खाका तैयार करके शासन स्तर को भेज दिया है. अब इसी दौरान जल्द ही कैबिनेट बैठक में रख दिया जाएगा. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद विकास प्रक्रिया में वृद्धि की जाएगी. इस विस्तार के माध्यम से विकास प्राधिकरण प्रदेश का सबसे बड़ा प्राधिकरण बनकर उभरेगा. अब इस योजना के तहत अयोध्या को एक समृद्ध और आधुनिक सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा महत्वपूर्ण साबित होगा. अब अयोध्या धाम केवल एक धार्मिक नगरी ही नहीं बल्कि विश्व स्तरीय स्मार्ट, सुव्यवस्थित और आधुनिक सिटी के रूप में पहचाना जाएगा. इस दौरान केवल शहर का भौगोलिक विस्तार ही नहीं किया जा रहा अपितु आधारभूत संरचना, स्मार्ट सुविधा, परिवहन आवास और पर्यटन जैसी तमाम सुविधाओं के माध्यम से इसे वैश्विक मानकों पर उतरने की कार्य योजना बनाई जा रही है.