यूपी के इस जिले में तैयार होगा ऐतिहासिक पुल, दो राज्यों को जोड़गा यह राजमार्ग
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उत्तर प्रदेश और बिहार पुल से बदलेगा नक्शा
यूपी के देवरिया जिले से महत्वपूर्ण खबर सामने आ रही है. भाटपाररानी विधानसभा क्षेत्र में चटनी घाट में स्थित खनुआ नदी पर पुल यूपी. बिहार को सीधे जोड़ने का निर्णय लिया गया है. इस निर्माण कार्य को लेकर लगभग 16 करोड़ 73 लख रुपए की लागत की योजना बनाई जा चुकी है इस लागत में पांच पाये वाला 107 मीटर लंबा पुल बनाना शुरू हो चुका है. इस सेतु का निर्माण उत्तर प्रदेश को बिहार से सीधे जोड़ने में महत्वपूर्ण साबित होगा. इस दौरान दोनों राज्यों को लगभग सैकड़ो गांव को सुविधा मिल पाएगा.
इस निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए दिसंबर माह 2026 अंतिम चरण में लक्ष्य को पूरा करने का निर्णय लिया गया है. यहां स्थानीय लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर लकड़ी के बने अस्थाई पुल से नदी को पर दिन प्रतिदिन करते रहते थे उन्हें इस बात का अंदर भाई भी बना रहता था यहां आने जाने से कोई भी घटना घट सकती है. लेकिन इस पुल के अब बन जाने से सिर्फ आना जाना ही सुगम नहीं होगा अपितु दूरी भी काफी कम हो जाएगी. जिससे यहां के लोगों को आरामदायक सुविधा मिल सकेगा. पुल निर्माण कार्य क्षेत्र में अब विकास की गति लगातार बढ़ेगी. उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच में व्यापारिक संबंधों और गतिविधियों को भी सशक्त होने का बेहतर अवसर प्रदान होगा.
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कारोबारी को मिलेगी रफ्तार
एक निरीक्षण के मुताबिक बताया गया स्थानीय लोगों को रोजगार और व्यापार के भी नए अवसर यह निर्माण कार्य खोल दिया है यह निर्माण कार्य के शुभारंभ में जनता के मन में खुशी के लहर दौड़ रही है. यहां माल ढुलाई और व्यापारिक आवाजाही पहले के मुकाबले बेहतर और आसान हो जाएगा इससे छोटे कारोबारी से लेकर बड़े कारोबारी तक लाभ भरपूर मिल पाएगा. पुल और हाईवे निर्माण के दौरान लॉजिस्टिक, रखरखाव, परिवहन, ढाबा समेत आदि क्षेत्रों में रोजगार बढ़ेगा. इसी दौरान शिक्षा प्रशासनिक और स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से वृद्धि होने में आसानी होगी. एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस जैसे सेवाओं अब समय पर पहुंच सकेंगे.
इस वैकल्पिक मार्ग को तैयार होने से गोरखपुर और मुजफ्फरनगर जैसे अन्य शहर को भी ट्रैफिक का दबाव कम महसूस होगा. यहां पर आसपास ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों तक सीधे पहुंचने में पर्यटन को बड़ा बढ़ावा मिलेगा. पुल और हाईवे दोनों न केवल राज्यों को भौगोलिक रूप से करीब लेगा बल्कि यात्रा की दूरी कटौती करके स्थानीय जनता में एक बड़ी राहत पहुंचा देगा. इस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के माध्यम से दो जिलों के बीच व्यापार और परिवहन क्षेत्र में आभूत पूर्ण विकास की उम्मीद की जा रही है. औद्योगिक गलियारों और स्थानीय उत्पादन में सीमावर्ती बाजारों तक तुरंत पहुंच सकेंगे निर्माण और परिवहन क्षेत्र में हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और आप प्रत्यक्ष रूप से रोजगार को बढ़ावा मिल पाएगा.