भारत के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी: चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना, जानकर रह जाएंगे हैरान!

भारत के लिए अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक बेहद अहम और ऐतिहासिक खबर सामने आई है। नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने बताया कि भारत अब आधिकारिक रूप से दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत की कुल जीडीपी अब 4 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर चुकी है, और इस उपलब्धि के साथ भारत ने जापान को पीछे छोड़ दिया है।
इस वक्त केवल तीन देश – अमेरिका, चीन और जर्मनी – भारत से आगे हैं। यानी अब भारत दुनिया की उन टॉप 4 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो चुका है, जिनका वैश्विक आर्थिक समीकरण पर बड़ा असर होता है।
IMF की भविष्यवाणी हुई सच
इससे पहले अप्रैल 2025 में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपनी वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया था कि भारत मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान चौथे स्थान पर पहुंच जाएगा। IMF ने यह अनुमान लगाया था कि भारत की GDP 4.19 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी। अब यह भविष्यवाणी सच साबित हो चुकी है।
जमीन पर दिख रहा है नीतियों का असर
नीति आयोग की मीटिंग में यह भी बताया गया कि पिछले 10-11 वर्षों में भारत की आर्थिक रफ्तार में जबरदस्त तेजी आई है। सरकार की नीतियां, सुधारात्मक उपाय और योजनाएं अब जमीन पर असर दिखा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विज़न है कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में खड़ा किया जाए, और अब सरकार उसी दिशा में बढ़ रही है। भारत के सभी राज्यों को भी इस विकास यात्रा का हिस्सा बनना होगा ताकि समूचे देश की रफ्तार और भी तेज हो।
5 ट्रिलियन डॉलर की ओर अगला कदम
अब सरकार का अगला टारगेट है भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना। अगर यह लक्ष्य पूरा होता है, तो भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और जर्मनी को पीछे छोड़ देगा। इसके बाद केवल अमेरिका और चीन ही भारत से आगे रहेंगे।
सरकार का मानना है कि अगले कुछ वर्षों में यह लक्ष्य भी पूरा किया जा सकता है, और इसके लिए केंद्र के साथ राज्यों की भागीदारी बेहद जरूरी है।
क्यों है यह उपलब्धि खास?
भारत की जनसंख्या दुनिया में सबसे अधिक है, और अब उसकी आर्थिक स्थिति भी उसी रफ्तार से बढ़ रही है।
बीते कुछ वर्षों में भारत ने ब्रिटेन, फ्रांस और अब जापान जैसे देशों को पीछे छोड़ा है।
4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना न केवल आर्थिक शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह भारत की वैश्विक भूमिका को भी मजबूत करता है।
भारत की यह उपलब्धि सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि यह उस दिशा की पुष्टि है जिसमें देश लगातार मेहनत कर रहा है। नीतिगत सुधार, निवेश, टेक्नोलॉजी, युवा शक्ति और वैश्विक साझेदारियों की बदौलत भारत अब चौथे स्थान पर है। अगर यही रफ्तार बनी रही, तो वह दिन दूर नहीं जब भारत तीसरी और फिर शायद दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।