पुण्य तिथि पर याद किये गये मेधा संस्थापक पूर्व आईएएस लक्ष्मीकान्त शुक्ल
फीस भरपाई, छात्रवृत्ति दिलाना प्राथमिकता- दीन दयाल त्रिपाठी

सोमवार को मेधा संस्थापक पूर्व आईएएस स्वर्गीय लक्ष्मीकान्त शुक्ल को उनके पांचवी पुण्य तिथि पर लोहिया काम्पलेक्स परिसर में नमन् किया गया. अनेक लोगों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण करते हुये कहा कि लक्ष्मीकान्त ने जातिगत आरक्षण समाप्त करने, शुल्क प्रतिपूर्ति फीस एवं छात्र वृत्ति दिलाने के लिये सर्वोच्च न्यायालय तक संघर्ष करके विजय दिलाया. आज इसका लाभ प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों को मिल रहा है.
मेधा के केन्द्रीय प्रवक्ता दीन दयाल त्रिपाठी ने कहा कि बस्ती के पूर्व मुख्य विकास अधिकारी रहे लक्ष्मीकान्त शुक्ल की प्रेरणा से वे मेधा आन्दोलन से जुड़े और प्रदेश में स्थान-स्थान पर जाति गत आरक्षण और एस.सी.एस.टी. समाप्त करने की मांग को लेकर व्यापक जन जागरण जारी है. स्व. शुक्ल के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही होगा कि देश से जातिगत आरक्षण, एस.सी.एस.टी एक्ट के नाम पर उत्पीड़न बंद हो. जब तक यह पूरा नहीं होता चरणबद्ध ढंग से आन्दोलन जारी रहेगा.
अब समय आ गया है जब जातिगत आरक्षण, एस.सी.एस.टी एक्ट की समीक्षा हो. कहा कि मेधा द्वारा प्रदेश के लाखों छात्रों के फीस की भरपाई और छात्रवृत्ति दिलाये जाने की मांग को लेकर मेधा आन्दोलन चला रही है. सरकार इस दिशा में अभी गंभीर नहीं है. दीन दयाल त्रिपाठी ने कहा कि दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति सुविधा का शत प्रतिशत पालन, कटौती बंद किये जाने, एकल पदों पर आरक्षण समाप्त किये जाने या मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, राष्ट्रपति, सभी एकल पदों पर चक्रानुक्रम आरक्षण व्यवस्था लागू किये जाने, नीट परीक्षा में भारत सरकार द्वारा जारी 65 प्रतिशत आरक्षण समाप्त किये जाने, आय सीमा ढाई लाख किये जाने
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अंक प्रतिशत सीमा समाप्त करने आदि मांगों को लेकर मेधा का जन जागरण अभियान चरणबद्ध ढंग से जारी है. मेधा संस्थापक पूर्व आईएएस स्वर्गीय लक्ष्मीकान्त शुक्ल को नमन् करने वालों में मुख्य रूप से उमेश पाण्डेय मुन्ना, प्रमोद पाण्डेय, नरेन्द्र मिश्र, राहुल तिवारी, प्रतीक मिश्र, जय ओझा, अमर तिवारी, संजय यादव, सन्तोष पाण्डेय, मुकेश , शिवेश शुक्ल, बलराम चौबे आदि शामिल रहे.