पुण्य तिथि पर याद किये गये लोक बंधु राज नारायण

बस्ती . लोक बंधु राज नारायण को उनके 34 वें पुण्य तिथि पर गुरूवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर याद किया गया. सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि प्रखर समाजवादी पूर्व केन्द्रीय मंत्री राजनारायण ने इंदिरा को चुनाव में परास्त कर इतिहास रचा था. 69 साल की उम्र में वे 80 बार जेल गए और जेल में कुल 17 साल बिताए इसमें तीन साल आजादी से पहले और 14 साल आजादी के बाद. उनके बढते प्रभाव से लौह महिला इंदिरा गांधी बुरी तरह डर गईं थीं, इतनी आतंकित हो गईं कि इमरजेंसी लगा दी.
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कहा कि जनहित में संसदीय मर्यादाओं को तोड़ने में राजनारायण ने कभी संकोच नहीं किया, जनता के हित को सर्वोपरि मानने वाले राजनारायण हमेशा लीक से अलग हट कर चलने वाले राजनेताओं में शुमार किए जाते रहे. वे प्रारंभिक दौर से ही कांग्रेस के भीतर व्याप्त भ्रष्टाचार और वंशवाद के चलन का विरोध करते रहे. आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले राजनारायण श्रीमती इंदिरा गांधी को भ्रष्टाचार एवं वंशवाद की जननी के रूप में मानते थे. ऐसे महान नेता से युवा पीढी को प्रेरणा लेनी चाहिये.
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समाजवादी पार्टी कार्यालय पर पूर्व विधायक जितेन्द्र कुमार उर्फ नन्दू चौधरी, सपा नेता चन्द्रभूषण मिश्र ने राजनारायण को नमन् करते हुये कहा कि वे आपातकाल में धूमकेतु की तरह उभरे, राजनारायण आपातकाल और इसकी चुनौतियां के पर्यायवाची बनकर उभरे. जनआंदोलन पूरे देश में तेज हो गया. नौजवानों की टोली सिर पर कफन बांधे पूरे देश में जेल में बंद नेताओं के आह्वान पर कूद पड़ी, उनकी गिरफ्तारियां भी हुईं, लेकिन, आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा था, अंततः इंदिरा गांधी को ये बात समझ में आ गई ‘जनता ही जनार्दन’ है और आपातकाल को हटा दिया गया. देश में नए चुनाव की घोषणा हुई. रायबरेली से राजनारायण ने इंदिरा गांधी को 1977 के चुनाव में पराजित किया और पूरे देश में लोकशाही की स्थापना हुई. यह भी कहा जाने लगा कि राजनारायण ने इंदिरा गांधी को कोर्ट में और वोट में हराकर देश में एक नए इतिहास का सूत्रपात किया. वे आम आदमी के हितों के लिये आजीवन संघर्ष करते रहे.
पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य रूप से सिद्धेश सिन्हा, जावेद पिण्डारी, मो. सलीम, अरविन्द सोनकर, सुमन सिंह, राजेन्द्र यादव, वीरेन्द्र चौधरी, गुलाबचन्द सोनकर, इन्द्रसेन यादव, अखिलेश यादव, अभिषेक उपाध्याय, रजनीश यादव, फूलचन्द श्रीवास्तव, विकास यादव, राजेश चौधरी, अमित गौड़, मो. शाहिर, राहुल निषाद, मो. जहीर, घनश्याम यादव, महादेव यादव, चिन्ता यादव, आमिश खान, रवि गुप्ता, भोला पाण्डेय, भोला यादव, विवेक कुमार शुक्ल, राम सनेही यादव, गिरीश चन्द्र , श्याम यादव, कल्लू मोदनवाल, जर्सी यादव, रामचरित्तर आदि ने राजनारायण के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया.