यूपी में राशन को लेकर जिलाधिकारियों को मिले निर्देश, हर सप्ताह मिलेगा राशन!
-(1).png)
अब हर सप्ताह मिलेगा राशन सीएम
उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बाढ़ से बचाव के लिए प्रदेश को अब भय मुक्त कर दिया है. यूपी के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा बाढ़ पीड़ितों के लिए अब तत्काल इंतजाम किया जाए. राशन सामग्री के अतिरिक्त भी हर जिलों में व्यवस्था की जाए. उत्तर प्रदेश के ऐसे कई जिले हैं जहां हर साल बाढ़ की समस्या बनी रहती है खासकर यूपी पूर्वी के बलिया और आसपास के इलाकों में सबसे ज्यादा पीड़ित परेशान रहते हैं. इस मामले को लेकर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने दखल देते हुए कहा इस संबंध में शासन आदेश जारी करते हुए जिलाधिकारियों को इन्होंने भी निर्देश दे दिया.
बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जाए और नाव के इंतजाम भी किए जाएं. इस दौरान सेवा देने वाले नविको को 24 घंटे के अंदर सहायता राशि प्रदान की जाए. सीएम ने कहा किसी भी आपदा के बाद पीड़ित परिवारों को भूख न रहना पड़े और बुनियादी जरूरत की आपूर्ति समय पर हो जाए, स्थानीय प्रशासन के लोग संवेदनशील और उत्तरदाई व्यवहार करने की अब आवश्यक है अब जिन परिवारों को आजीविका आपदा से परेशानी हुई है उनको राहत की सामग्री उनके घर तक पहुंचाई जाए. तहसील स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं जो राहत वितरण की निगरानी करेंगे साप्ताहिक रिपोर्ट जिलाधिकारी को किट वितरण की जिम्मेदारी सौंप गई है किसी भी प्रकार के लापरवाही पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
Read Below Advertisement
आपदा पीड़ितों को हर हफ्ते मिलेगी राशन किट
यूपी सरकार के इस फैसले से स्थानीय लोगों में और सामाजिक संगठनों में इस कदम का जोरदार स्वागत किया गया इनका मानना है यह कदम जरूरतमंदों के लिए संवेदनशील प्रशासन का प्रमाण है कई संस्थाएं भी इस पहल में योगदान देने की इच्छा जताई है. बाढ़ से पीड़ित सुरक्षित स्थानों पर रखने के लिए शरणालय बनाए जाने की योजना की गई है. इस दौरान पीड़ित परिवारों को रहने के लिए जगह और तीन समय खाने-पीने के लिए नाश्ते का इंतजाम किया गया है. जहां-जहां बाढ़ आने की उम्मीद है
-(1)1.png)
उन स्थानों पर जल निकासी की व्यवस्था की जा रही है पीड़ितों के लिए साफ पानी की व्यवस्था और दवा का इंतजाम करवाया जाएगा. पशुओं को टीकाकरण करने के लिए पशु चिकित्सा की भी तैनाती की गई है. पिछले कुछ वर्षों में अनुभवों के आधार पर हर जिले में बाढ़ से बचाव के लिए प्रबंध किए जाते थे लेकिन इस बार प्रदेश सरकार ने ठोस कदम उठाया है. सरकार ने आगे बताया संकट के समय हर जरूरतमंद तक जरूरत की समान पहुंचाई जाए सम्मान के साथ मदद दी जाए और लोग स्वाभिमान और सुरक्षा के साथ जीवन यापन कर सके. इस भूख से जुड़ी पीड़ा को तात्कालिक रूप से ही नहीं बल्कि अस्थाई रूप से भी निपटाया जाएगा.