सीएम योगी आदित्यनाथ ने जगतगुरु रामानुजाचार्य की प्रतिमा का किया अनावरण
अयोध्या के रामास्वामी अम्मा जी के मंदिर में स्थापित है विशाल का प्रतिमा

अयोध्या. जगतगुरु रामानुजाचार्य के 1000 वीं जयंती पर भगवान श्री राम की अयोध्या के गोलाघाट स्थित रामास्वामी मंदिर (अम्मा जी के मंदिर ) पहुंचे उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जगतगुरु रामानुजाचार्य की विशालकाय 4 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया.अयोध्या में राधा कृष्ण अम्मा जी के मंदिर में स्थापित रामानुजाचार्य की ये पहली प्रतिमा 4 फीट की है और यह प्रतिमा राजस्थान के मकराना मार्बल से बनाई गई है.
ये प्रतिमा दक्षिण शैली की पूजा विधि के मूर्ति के अनुरूप स्थापित की गई है. इस दौरान अयोध्या के जगतगुरु स्वामी डॉ राघवाचार्य, श्रीमद् जगद्गुरु अनंताचार्य महाराज, श्रीमद जगद्गुरु श्री धराचार्य महाराज, बड़ा भक्तमाल के महंत अवधेश दास, जानकी घाट बड़ा स्थान के महंत जन्मेजय शरण सहित अयोध्या के अन्य साधु संत भी मौजूद रहे.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत ज्ञान की भूमि है. समय -समय पर भारत में आध्यात्मिक संतों का मार्गदर्शन मिला है. स्वामी रामानुजाचार्य ने समाज को दृष्टि दी थी. संतों का सानिध्य भारतवर्ष को हर कालखण्ड में मिला. संतों की इस परम्परा पर हमें गौरव की अनुभूति होती है. द्वैत-अद्वैत लक्ष्य पर पहुंचने के अलग-अलग मार्ग हैं. भारतीय मनीषा ने कभी नहीं कहा कि जो हम कह रहे हैं, वही धर्म है. महापुरुषों के द्वारा जो बताया गया, वही धर्म है.मुख्यमंत्री ने कहा कि संत लोक कल्याण के मार्ग पर चलने की हमें प्रेरणा देते हैं. जात-पात पूछे नहि कोई, हरि को भजे सो हरि को होई. इस मार्ग से जब हम हटे तब विदेशी आक्रान्ताओं ने हमें कमजोर किया. हम सनातन धर्म को मजबूत कर एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने के साथ ही दुनिया को शांति का संदेश देंगे.
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संतों ने मुख्यमंत्री से लखनऊ का नाम लक्ष्मणपुरी करने का निवेदन किया. दक्षिण भारती की शैली में बने इस मंदिर में रामानुजाचार्य की 1000 वीं जयंती पर मूर्ति स्थापित की गयी है. अयोध्या मेंसांसद लल्लू सिंह, अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और रुदौली के विधायक रामचन्द्र यादव प्रमुख रूप से उपस्थित रहे. रामानुजाचार्य की यह पहली मूर्ति है.