UP के इन गांवों के लिए योगी सरकार की बड़ी योजना, सीएम ने बनाया प्लान, दिए सख्त निर्देश

UP News

UP के इन गांवों के लिए योगी सरकार की बड़ी योजना, सीएम ने बनाया प्लान, दिए सख्त निर्देश
YOGI ADITYANATH (2)

UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के शहरों, कस्बों और जिलों को जाम से मुक्त करने का प्लान बना लिया है. इस संदर्भ में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश भी दिए हैं. सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा है कि शहरों की घनी आबादी को जाम से मुक्ति दिलाने हेतु बाईपास रिंग रोड/फ्लाईओवर निर्माण कराया जाना चाहिए. निर्माण कार्य का प्रस्ताव शहर/कस्बे की आबादी एवं प्राथमिकता के आधार पर तैयार किया जाए. वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर ऐसी बसावट/ग्राम, जिसकी आबादी 250 से अधिक हो तथा मार्ग की लम्बाई 01 किमी. या उससे अधिक हो, उन्हें एकल कनेक्टिविटी प्रदान किए जाने हेतु संपर्क मार्ग का निर्माण कराया जाए.  इसी प्रकार, दो ग्रामों/बसावटों को, जिनकी आबादी 250 से अधिक है, इंटर-कनेक्टिविटी प्रदान किए जाने हेतु संपर्क मार्ग का निर्माण भी हो. इसके लिए सर्वे कराएं, आवश्यकता को परखें, फिर निर्णय लें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां भी दीर्घ सेतु क्षतिग्रस्त हैं, उन्हें तत्काल ठीक कराया जाए. सभी जनपदों से प्रस्ताव लें, जहां दीर्घ सेतु की आवश्यकता हो, कार्ययोजना में सम्मिलित करें. शहरी क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त/संकरे सेतुओं के स्थान पर नए सेतुओं का निर्माण कराया जाना आवश्यक है. इसका लाभ सभी जनपदों को मिलना चाहिए. रेल ओवरब्रिज/रेल अंडरब्रिज से जुड़े प्रस्तावों को तत्काल भारत सरकार को भेजें. राज्य सरकार द्वारा इसमें हर जरूरी सहयोग किया जाए.

यह भी पढ़ें: Uttar Pradesh Weather: यूपी के इन जिलों में होगी बूँदा-बाँदी, कोहरे से सड़कों पर होंगी दिक्कते

सीएम ने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों के प्रमुख जिला मार्गों का न्यूनतम दो-लेन (7 मीटर) एवं अन्य जिला मार्गों का न्यूनतम डेढ़-लेन (5.50 मीटर) चौड़ाई में निर्माण कराया जाए. जनप्रतिनिधियों से प्रस्ताव लेकर, प्राथमिकता तय करें और कार्य प्रारंभ कराएं. 

यह भी पढ़ें: यूपी उपचुनाव के बाद इस जिले में सुधरेगी सड़कों की हालत, 5 क्षेत्रों में 3 मीटर चौड़ी होगी रोड

सीएम ने कहा कि क्षतिग्रस्त सेतु, जनता द्वारा निर्मित अस्थायी पुल, संकरे पुल, बाढ़ के कारण प्रायः क्षतिग्रस्त होने वाले मार्गों पर पुल तथा सार्वजनिक, धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण मार्गों पर सेतु निर्माण को प्राथमिकता में रखा जाए. हर विधानसभा क्षेत्र में जरूरत के अनुसार 03 लघु सेतुओं के निर्माण की कार्ययोजना तैयार की जाए.

यह भी पढ़ें: यूपी के इन लोगों को मिलेगा 500 रुपए, हर जिले को मिले 50 हजार रुपए !

मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण/चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण के कार्यों में पर्यावरण संरक्षण की भावना का पूरा ध्यान रखा जाए. कहीं भी अनावश्यक वृक्ष नहीं कटने चाहिए. सड़क निर्माण की कार्ययोजना में मार्ग के बीच आने वाले वृक्षों के संरक्षण को अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जाए. देवरिया-बरहज मार्ग का सुदृढ़ीकरण किया जाना आवश्यक है. इस संबंध में आवश्यक प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें.

जिलाधिकारी के सहयोग से इसे समय से पूरा कराया जाए- सीएम
सीएम ने कहा कि धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मार्गों पर अच्छी सड़कें हों, पर्यटकों/श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा हो, इसके दृष्टिगत सड़कों का निर्माण/चौड़ीकरण किया जा रहा है. इसमें प्रत्येक जिले के सिख, बौद्ध, जैन, वाल्मीकि, रविदासी, कबीरपंथी सहित सभी पंथों, सम्प्रदायों के धार्मिक, ऐतिहासिक, पौराणिक महत्व के स्थलों को जोड़ा जाए. मार्ग का चयन मानक के अनुरूप ही हो. जनप्रतिनिधियों से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर धर्मार्थ कार्य विभाग और संबंधित जिलाधिकारी के सहयोग से इसे समय से पूरा कराया जाए.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि दीन दयाल उपाध्याय तहसील/ब्लॉक मुख्यालय योजना अन्तर्गत प्रदेश के समस्त तहसील/ब्लॉक मुख्यालय को जिला मुख्यालय से न्यूनतम दो लेन मार्गों से जोड़े जाने का कार्य तेजी से पूरा किया जाए. एक भी तहसील-एक भी ब्लॉक इससे अछूता न रहे. प्रदेश की अंतरराज्यीय तथा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भव्य ‘मैत्री द्वार’ बनाने का कार्य तेजी के साथ पूरा कराया जाए. जहां भूमि की अनुपलब्धता हो, तत्काल स्थानीय प्रशासन से संपर्क किया जाए. मैत्री द्वार सीमा पर ही बनाए जाएं. यह आकर्षक हों, यहां प्रकाश व्यवस्था भी अच्छी हो. अब तक 96 मार्गों पर प्रवेश द्वार पूर्ण/निर्माणाधीन हैं. अवशेष मार्गों पर प्रवेश द्वार निर्माण की कार्यवाही यथाशीघ्र पूरी कर ली जाए.

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण की परियोजना तैयार करते समय स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाए. प्रत्येक परियोजना के लिए समयबद्धता और गुणवत्ता अनिवार्य शर्त है, इससे समझौता नहीं किया जा सकता. गड़बड़ी मिलने पर जेई से लेकर चीफ इंजीनियर तक सबकी जवाबदेही तय होगी. एग्रीमेंट के नियमों का उल्लंघन होने पर कॉन्ट्रैक्टर/फर्म को ब्लैकलिस्ट कर कठोर कार्रवाई की जाएगी. पेटी कॉन्ट्रैक्टर/सबलेट की व्यवस्था स्वीकार नहीं की जानी चाहिए 

On

Join Basti News WhatsApp

ताजा खबरें

यूपी के इस जिले के लोगों मिलेगा नए सिनेमाघरों का तोहफा! बस करना होगा ये काम, बन गया है प्लान
अयोध्या में 14 कोसी व पंचकोसी परिक्रमा के लिए बड़ा फैसला, मंडलायुक्त और डीएम ने दिए अहम निर्देश
UP ByPolls के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले सपा के बागी विधायक, इस मुद्दे पर हुई चर्चा, सामने आई तस्वीर
UP के इन गांवों के लिए योगी सरकार की बड़ी योजना, सीएम ने बनाया प्लान, दिए सख्त निर्देश
यूपी के इस रूट पर अब 30 नवंबर तक चलेगी स्पेशल वंदे भारत
Aaj Ka Rashifal 6th November 2024: खरना के दिन कैसा रहेगा कुंभ,मकर,कन्या, धनु, कर्क, वृषभ,तुला, मिथुन,मेष, वृश्चिक,मीन,सिंह का राशिफल, देखें यहां
चित्रांश क्लब के कुंआनो आरती में उमड़ी आस्थाः मंगलगान के साथ जले हजारों विश्वास के दीपक
यूपी उपचुनाव के बाद इस जिले में सुधरेगी सड़कों की हालत, 5 क्षेत्रों में 3 मीटर चौड़ी होगी रोड
यूपी के इस जिले में बसेगा अमेरिकी शहर! फर्म ने मांगी 1200 एकड़ जमीन, एक्सप्रेस वे के किनारे होगा काम
छठ पूजा 2024 नहाय-खाय के साथ शुरू उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली में सूर्य अर्घ्य का जाने समय