यूपी के इस शहर की बदलेगी सूरत, रिवरफ्रंट बनेगा शहर की शान
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अब यूपी सरकार द्वारा शहर में नया रूप देने के लिए रिवर फ्रंट विकास योजना की तैयारी हो चुकी है. सरकार की इस योजना का उद्देश्य सिर्फ घाटों का सौंदर्यीकरण करना नहीं बल्कि शहरवासियों और पर्यटकों को एक बेहतर व स्वच्छ सार्वजनिक जगह प्रदान करना पहली प्राथमिकता होगी.
रिवर फ्रंट योजना से लौटेगा कानपुर का गौरव
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस योजना के अंतर्गत विकास अनिवार्य रूप से किया जाएगा जिसमें प्रमुख रूप से घाटों की रोशनी व्यवस्था, घाटों का नवीनीकरण, वॉकिंग ट्रैक, घाटों का निर्माण, बच्चों के पार्क, हरियाली, फूड जोन समेत खूब सारी व्यवस्थाएं की जाएगी. कानपुर शहर में वीआईपी रोड पर गंगा घाट के किनारे रिवर फ्रंट योजना का मंथन किया जा रहा है. इस योजना के तहत पटना में गंगा किनारे बनाए गए रिवर फ्रंट की तर्ज पर पहचान करने में मदद मिलेगी यह पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट इसी पैमाने पर किया जाएगा. खास बात यह है इसे इनर रिंग रोड से भी जोड़े जाने की बातचीत की जा रही है.
विशेषज्ञ और अधिकारियों की एक टीम ने पटना जाकर इस इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को बड़ी गहराई से देखा और पूरी टीम ने अध्ययन किया उसके बाद कानपुर शहर में स्थापित किया जाएगा. इसी शुक्लागंज में नए पुल से गंगा बराज के आसपास अटल घाट तक रिवर फ्रंट बनाने की परियोजना है इसकी कुल लागत लंबाई करीब करीब 11.5 किलोमीटर निर्धारित किया गया है विभाग के अध्ययन के अनुसार या बात सामने आई है कानपुर और पटना के गंगा किनारे की स्थिति लगभग समांतर होगी ऐसे में वहां के मॉडल और यहां का धरातल बिल्कुल समान माना जा रहा है और इसे उतार भी जाएगा पटना गई टीम ने बताया बिहार सड़क पाठ विकास निगम के महाप्रबंधक अरुण ने या जानकारी देते हुए बताया 20 किलोमीटर गंगा किनारे गंगा पथ परियोजना का निर्माण भी किया जा रहा है.
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गंगा किनारे बदलेगा नजर
निर्माण विभाग ने बताया अब इस वर्ल्ड बैंक से वित्तीय सहायता के लिए राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण के पास भेज दिया गया है इसी दौरान नमामि गंगे विभाग के गठन के बाद परिवर्तन प्रक्रिया में या योजना नहीं हो पाई थी लेकिन अब इस काम में विभाग ने गति दिया है और पूरा विश्वास भी जाते हैं जल्दी स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी. मिली जानकारी के अनुसार रिवर फ्रंट योजना का प्रस्ताव करीब 10 से 12 साल पहले 2013 और 14 के बीच में बना दिया था इसका अध्ययन आईआईटी ने कानपुर में किया था
अध्यक्ष वर्ल्ड बैंक के महानगर भ्रमण के दौरान तत्कालीन आयुक्त शालिनी प्रसाद केडीए उपाध्यक्ष जयश्री भोजा समन्वयक नीरज श्रीवास्तव में इस प्रोजेक्ट का पारदर्शिता के साथ प्रस्तुतिकरण दिया था. जो विभाग पटना निरीक्षण करने के लिए गई थी उसमें सेतु निगम के अभियंता सिंचाई विभाग के अनिल कुमार मुख्य परियोजना प्रबंधक बी.के सेन अधीक्षण, अभियंता केपी पांडेय व कड़ा के अधिकारी मौजूद थे. इन सभी जिम्मेदार अधिकारियों ने कहा विभाग टीम पूरा सहयोग देने के लिए तत्पर है अब कानपुर मंडल विकास योजना सीमित के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव ने कहा अब इस रोड पर यातायात दबाव काफी कम होगा एक सर्वे के मुताबिक या बात स्पष्ट हो चुकी है सड़क निर्माण के लिए जगह नहीं है ऐसे में रिवर फ्रंट सबसे उपयुक्त समाधान होगा.