UP News: यूपी में ताश के पत्तों की तरह फेंटे गए अफसर, सूचना से खादी तक बड़े बदलाव, यहां देखें लिस्ट
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उत्तर प्रदेश में हाल ही में अधिकारियों के तबादलों को लेकर एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ है. जिसे स्थानीय मीडिया में ताश के पत्तों की तरह फेंटे गए अफसर के रूप में वर्णित किया गया है. इस बदलाव के कदम आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर कानून.व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से उठाया गया है.
संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान
इन परिवर्तनों से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार आगामी चुनावों के लिए प्रशासनिक तैयारियों को मजबूत करने में जुटी हुई है. इस प्रकार के प्रशासनिक फेरबदल से पुलिस महकमे में हलचल मच गई है. और अधिकारियों को नई जिम्मेदारियों के साथ कार्य करने का अवसर मिल रहा है. करीब 18 माह 18 दिन बरेली में रहे डीएम रविन्द्र कुमार का तबादला हो गया. अब आईएएस अविनाश सिंह को बरेली का डीएम बनाया गया है. रविन्द्र कुमार जनप्रतिनिधियों से बेहतर तालमेल बनाकर रहे. इस दौरान विकास कार्यों को समय से पूरा कराने के साथ जनपद को सीएम डैशबोर्ड में बेहतर स्थान दिलाने और शिकायतों का शत प्रतिशत निस्तारण कराकर
आईजीआरएस में बेहतर रैंकिंग दिलाने पर फोकस रहा. उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और सक्रिय हो गया है. चुनावों की निष्पक्षता पारदर्शिता और शांति पूर्ण संचालन सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं. इन तैयारियों का मकसद है कि प्रदेश में हर मतदाता स्वतंत्र निष्पक्ष और भयमुक्त वातावरण में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके. उन्होंने काफी टेबल बुक के रूप में बरेली को सौगात दी. इस बुक में जिले भर के पौराणिक स्थान शामिल हैं. हर पेज पर एक स्कैन कोड है जिसे स्कैन कर संपूर्ण जानकारी मिल जाती है. रविन्द्र कुमार ने बरेली डीएम का चार्ज 3 अक्टूबर 2023 को संभाला था. उन्होंने बरेली सितारगंज फोरलेन और रिंगरोड के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में हुए घोटाले की जांच कराई.
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प्रशासनिक फेरबदल
चुनाव लोकतंत्र का महापर्व होता है. और उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी इसे पूरी गंभीरता से ले रही है. चाहे वह पुलिस व्यवस्था हो. अधिकारी नियुक्ति हो. या तकनीकी निगरानी हर पहलू को चुस्त.दुरुस्त किया जा रहा है. यह तैयारियाँ यह सुनिश्चित करती हैं कि 2027 का चुनाव शांति, निष्पक्षता और पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हो. आगे बताया गया उन्हीं की रिपोर्ट पर शासन ने पीसीएस आशीष कुमार और पीसीएस मदन कुमार को सस्पेंड कर दिया था.
गौशालाओं को बनवाने के साथ छुट्टा पशुओं को गोशाला में भिजवाने पर भी ज्यादा ध्यान दिया. डीएम का चार्ज संभालने के बाद ही आंवला में घोटाले वाजों पर रिपोर्ट कराई थी. वहीं, बरेली के डीएम बनाए गए अविनाश सिंह 2014 बैच के आईएएस हैं। उनका अम्बेडकरनगर से बरेली ट्रांसफर किया गया है. नगर आयुक्त समेत कई पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. विकास कार्यों को समय पर पूरा कराने के साथ कार्यों में गुणवत्ता बनाए रखने पर पूरा फोकस रहता है। मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं.