क्रेडिट कार्ड के बिना मजबूत क्रेडिट स्कोर कैसे बनाएं? जानिए आसान तरीके

आज के समय में एक अच्छा क्रेडिट स्कोर सिर्फ एक नंबर नहीं, बल्कि आपकी वित्तीय विश्वसनीयता का प्रमाण होता है। 750 से 900 के बीच का क्रेडिट स्कोर आदर्श माना जाता है। इतना स्कोर होने पर आपको लोन अप्रूवल से लेकर कम ब्याज दर जैसे फायदे आसानी से मिल सकते हैं।
लेकिन क्या होगा अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है? क्या ऐसे में आप एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बना सकते हैं?
इस सवाल का जवाब है – हां, बिल्कुल बना सकते हैं। इस पोस्ट में हम जानेंगे कि बिना क्रेडिट कार्ड के भी कैसे आप अपनी क्रेडिट हिस्ट्री को बेहतर बना सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करने वाले प्रमुख फैक्टर
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आपकी समय पर पेमेंट करने की आदत सबसे अहम भूमिका निभाती है। यदि आपने कोई भी भुगतान देर से किया या मिस कर दिया, तो इसका सीधा असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है।
2. क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो
यह दर्शाता है कि आपने जितना क्रेडिट लिया है, उसमें से कितना उपयोग किया है। अगर आप हमेशा कम यूटिलाइजेशन रखते हैं तो यह एक अच्छा संकेत होता है।
3. क्रेडिट हिस्ट्री की लंबाई
जितनी लंबी आपकी क्रेडिट हिस्ट्री होगी, उतना ही लेंडर को आपके बारे में जानने और भरोसा करने का मौका मिलेगा।
बिना क्रेडिट कार्ड के क्रेडिट स्कोर कैसे सुधारें?
1. लोन लेकर समय पर भुगतान करें
अगर आप बैंक या एनबीएफसी (नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों) से कोई लोन लेते हैं और उसकी EMI समय पर चुकाते हैं, तो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बनती है और स्कोर भी सुधरता है। यह लोन पर्सनल, एजुकेशन, या गोल्ड लोन कुछ भी हो सकता है।
2. पीयर-टू-पीयर लेंडिंग का विकल्प अपनाएं
P2P लेंडिंग यानी व्यक्ति से व्यक्ति को लोन। ये प्लेटफॉर्म बैंक के बजाय आम लोगों को सीधे उधार देने का मौका देते हैं। यहां शॉर्ट टर्म लोन और कम ब्याज दर का फायदा मिल सकता है। समय पर पेमेंट करने से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री भी बनेगी।
3. सिक्यॉर्ड लोन लें
अगर आपके पास कोई एसेट है जैसे एफडी, गोल्ड, या प्रॉपर्टी, तो उसके आधार पर आप सिक्यॉर्ड लोन ले सकते हैं। ये लोन कम ब्याज दर पर मिलते हैं और इनका पेमेंट रिकॉर्ड अच्छा रखने से क्रेडिट स्कोर में सुधार होता है।
4. EMI भुगतान में कोई चूक न करें
लोन की EMI समय पर देना सबसे जरूरी है। एक भी लेट पेमेंट आपके स्कोर को खराब कर सकता है। इसलिए बैंक की ऑटो-डेबिट सुविधा का उपयोग करें जिससे पेमेंट कभी छूटे नहीं।
5. क्रेडिट रिपोर्ट नियमित रूप से चेक करें
हर 6 से 12 महीने में अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जरूर जांचें। अगर उसमें कोई गलती हो जैसे गलत लोन एंट्री, भुगतान की गड़बड़ी या पहचान से जुड़ी गलती, तो उसे सुधारना जरूरी है। इससे आपकी रेटिंग खराब नहीं होगी।
ध्यान रहे कि हर महीने रिपोर्ट चेक करने से स्कोर पर असर पड़ सकता है, इसलिए सीमित बार ही जांचें।