Tech Mahindra को छोड़ IT सेक्टर में जबरदस्त उछाल, लेकिन नतीजों में छिपा है बाजार को चौंकाने वाला सच!

भारतीय आईटी सेक्टर में आज के दिन जबरदस्त हलचल देखने को मिली। Tech Mahindra को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी दिग्गज कंपनियों—TCS, Infosys, Wipro और HCL Technologies—के ताज़ा Q4 नतीजे सामने आ चुके हैं। इस बार की तिमाही को लेकर पहले से उम्मीद थी कि प्रदर्शन थोड़ा कमजोर रह सकता है क्योंकि Q4 आमतौर पर सीजनली वीक होता है। इसके अलावा मैक्रोइकोनॉमिक चुनौतियों ने भी दबाव बनाया था।
लेकिन जो नतीजे आए, उन्होंने स्ट्रीट की उम्मीदों को मिलाजुला रिस्पॉन्स दिया।
TCS, Infosys और Wipro: उम्मीद से नीचे, लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती
इन तीनों कंपनियों का प्रदर्शन, खासकर कॉन्स्टेंट करेंसी रेवेन्यू के मामले में, अनुमानित 0 से -1% के दायरे में ही रहा—यानी इनलाइन विद एक्सपेक्टेशंस। मगर बाकी पैरामीटर्स पर बाजार को खासा निराशा हाथ लगी। वहीं HCL Tech की बात करें तो वो भी इसी दायरे के लोअर थ्रेशहोल्ड पर रही, यानि 3.5% तक की गिरावट देखने को मिली।
Read Below Advertisement
जहां तिमाही प्रदर्शन ने थोड़ा निराश किया, वहीं कंपनियों की डील बुकिंग ने नई उम्मीदें जगाई हैं। Q3 में डील विन्स मजबूत रही थीं और Q4 में ये और भी ज्यादा स्ट्रॉन्ग निकलकर सामने आई हैं। कंपनियों की Total Contract Value (TCV) में डॉलर्स में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आगे का पाइपलाइन काफी मजबूत हो सकता है।
ग्लोबल अनिश्चितता के बीच कंपनियों का 'सावधान लेकिन पॉजिटिव' रुख
TCS और Infosys जैसी कंपनियों के मैनेजमेंट का नजरिया थोड़ा सतर्क जरूर है, लेकिन वे FY26 को FY25 की तुलना में बेहतर मान रहे हैं। ये कंपनियां अभी 'वेट एंड वॉच' मोड में हैं क्योंकि ग्लोबल टैरिफ, प्रोजेक्ट डिले और डिस्क्रीशनरी स्पेंड को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
Guidance से मिला संकेत: गिरावट अब थमेगी?
Infosys और HCL Tech ने FY26 के लिए अपनी गाइडेंस दी है, जहां Infosys ने 0 से 3% और HCL Tech ने 2 से 5% ग्रोथ का अनुमान जताया है। यह दर्शाता है कि कंपनियां अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए भी आने वाले समय को 'ग्रोथ पीरियड' मान रही हैं। हालांकि, Wipro की गाइडेंस थोड़ी नकारात्मक रही, जहां उन्होंने -3.5% से -1.5% की गिरावट की आशंका जताई है।
TCS की उम्मीद: लंबी रेस का घोड़ा?
TCS गाइडेंस नहीं देता, लेकिन बातचीत के दौरान मैनेजमेंट ने FY26 को FY25 से बेहतर बताया है। यानी कंपनी को भरोसा है कि अभी के चैलेंजेज के बावजूद दीर्घकालिक ग्रोथ बरकरार रहेगी।
इस समय आईटी कंपनियों के शेयरों में तेजी इसलिए दिख रही है क्योंकि बाजार को अब उम्मीद है कि आगे का आउटलुक बेहतर होगा। तिमाही प्रदर्शन भले ही कमजोर रहा हो, लेकिन डील्स की मजबूती और ग्रोथ गाइडेंस ने निवेशकों को राहत दी है। खासकर Infosys और HCL Tech ने जो भरोसा जताया है, वह आने वाले समय में इस सेक्टर के लिए गेम चेंजर बन सकता है।