यूपी में इन धार्मिक स्थलों से बढ़ेगी कनेक्टिविटी, चलेंगी इलेक्ट्रिक बस

यूपी में इन धार्मिक स्थलों से बढ़ेगी कनेक्टिविटी, चलेंगी इलेक्ट्रिक बस
यूपी में इन धार्मिक स्थलों से बढ़ेगी कनेक्टिविटी, चलेंगी इलेक्ट्रिक बस

उत्तर प्रदेश: योगी सरकार शीघ्र ही इलेक्ट्रिक बसों के जरिए धार्मिक और ऐतिहासिक शहरों की यात्रा को नया आयाम देने जा रही है. वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और सोनभद्र जैसे शहरों को अब इलेक्ट्रिक बसों की सुविधा से जोड़ा जाएगा. यह कदम पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ यात्री सुविधाओं को भी आधुनिक और बेहतर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है.

उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थलों को इलेक्ट्रिक बसों से जोड़ने की योजना को तेजी से शुरू कर दिया है. इस योजना के तहत सबसे पहले वाराणसी और सोनभद्र में ईवी चार्जिंग स्टेशनों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. वाराणसी, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है, और सोनभद्र, जो प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है, अब ई-मोबिलिटी के नक्शे पर तेजी से उभरते केंद्र बनते जा रहे हैं.

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राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि प्रयागराज और अयोध्या से वाराणसी और सोनभद्र के लिए इलेक्ट्रिक बसों का संचालन प्रस्तावित है. इसके लिए कुल 5 ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं. इनमें 4 चार्जिंग स्टेशन वाराणसी कैंट डिपो की वर्कशॉप में स्थापित किए जाएंगे और एक स्टेशन सोनभद्र में लगाया जाएगा. सरकार ने इन चार्जिंग स्टेशनों को एक महीने के भीतर तैयार करने का लक्ष्य रखा है ताकि बसों का संचालन बिना किसी रुकावट के हो सके.

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इन इलेक्ट्रिक बसों की खासियत

इन अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक बसों की सबसे बड़ी विशेषता यह है:- 

  • ये मात्र 30 मिनट में पूरी तरह चार्ज हो जाती हैं. 
  • एक बार फुल चार्ज होने पर ये बसें लगभग 150 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती हैं. 
  • यात्री सुविधाओं की बात करें तो इन बसों में एयर कंडीशनिंग की सुविधा उपलब्ध होगी और प्रत्येक बस में 28 आरामदायक सीटें होंगी.
  • यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इन बसों में हाई-टेक फीचर्स जैसे सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम और खासकर महिलाओं के लिए पैनिक बटन जैसी सुविधाएं भी दी गई हैं.

ये सभी इंतजाम यात्रियों को न केवल सुरक्षित, बल्कि भरोसेमंद और सुविधाजनक सफर का अनुभव देने के लिए किए जा रहे हैं.

प्रयागराज के राजापुर क्षेत्र में एक स्थायी चार्जिंग स्टेशन का निर्माण तेजी से चल रहा है, जो अगले 3 महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा. इस स्टेशन की खासियत यह होगी कि यह एक बार में लगभग 12 बसों को चार्ज कर सकेगा. फिलहाल केवल 6 बसों को ही अस्थायी चार्जिंग व्यवस्था के तहत एक बार में चार्ज किया जा पा रहा है. स्थायी स्टेशन बन जाने के बाद न केवल चार्जिंग की समस्या दूर होगी, बल्कि ई-बस संचालन में रफ्तार भी आएगी.

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम

सरकार की यह पहल केवल यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका प्रमुख उद्देश्य प्रदूषण मुक्त यात्रा को बढ़ावा देना भी है. डीजल और पेट्रोल से चलने वाले पारंपरिक वाहनों की तुलना में इलेक्ट्रिक बसें कार्बन उत्सर्जन को काफी हद तक कम करती हैं. इससे न केवल वायु प्रदूषण में कमी आएगी, बल्कि यह कदम जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने की दिशा में एक प्रभावशाली प्रयास भी माना जा सकता है.

वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज जैसे शहरों में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचते हैं. ऐसे में इन शहरों को ई-बसों से जोड़ना यात्रियों की सुविधा को बेहतर बनाएगा. साथ ही स्थानीय परिवहन व्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. सोनभद्र, जो पर्यटन के साथ-साथ औद्योगिक गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है, अब हरित परिवहन साधनों से जुड़कर विकास की नई राह पर अग्रसर हो रहा है.

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