यूपी में इन रूट के टोल के बढ़ेंगे दाम, जाने कितना हो जाएगा टोल
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नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से एक बार फिर से टोल टैक्स की दरें बढ़ाने की तैयारी की जा रही है, नई टोल टैक्स दरें एक अप्रैल से लागू करने की तैयारी की गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर करना आपके लिए महंगा होने जा रहा है, जिसकी वजह से अब आपको ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे।
जानें. कब से लागू होंगी नई दरें
टोल टैक्स बढ़ाने की तैयारी
ओवरले का काम करवा रहे साइट इंजीनियर अभय ने बताया कि जहां पेड़ नही है वहां नए पौधे लगाए जा रहे हैं। कुल मिलाकर इस बार बढ़ने वाले टोल को चुकाने पर वाहन सवारों को जेब तो भले ही ढीली करनी पड़ेगी लेकिन सुगम सफर से यह खर्च ज्यादा नहीं खलेगा। अकवाबाद टोल मैनेजर गिरिधर सिंह बताते हैं कि टोल से दिन में ढाई हजार वाहन ही निकलते हैं। अधिकांश वाहन लालकुआं से होकर निकल जाते हैं। जिससे टोल की वसूली बेहद कम होती है। अधिकारियों के मुताबिक 31 मार्च की मध्य रात्रि से ही यह नई दरें प्रभावी हो जाएंगी। कानपुर-लखनऊ हाईवे पर नवाबगंज और बीघापुर के अकवाबाद स्थिति नेशनल हाईवे संख्या 31 के टोल प्लाजा पर वाहनों का टोल बढ़ाया जाना है। दरें बढ़ने के बाद दोनों हाईवे को मिलाकर जिले में लगभग 32500 वाहनों को प्रतिदिन बढ़ा हुआ टोल चुकाना होगा। प्रतिदिन 30 हजार वाहनों के आवागमन के गवाह टोल प्लाजायुक्त नेशनल हाइवे कानपुर-लखनऊ पर यात्रा सुगम बनाने के लिए एनएचएआइ 90 करोड़ रुपये खर्च दोहरा ओवरले करवा रहा है। इस कार्य के साथ ही मार्ग पर प्रकाश, संकेतक, सफेद पट्टी, चौड़ी पट्टी, ब्लिंकर आदि भी लगाए जा रहे हैं। एनएचएआइ लखनऊ यहां डिवाइडर को भी हरा भरा कर रहा है। लखनऊ में सीतापुर रोड पर टोल की दरें हर साल की तरह अक्टूबर में लागू होगीं, एनएचएआई कानपुर हाईवे पर नवाबगंज, अयोध्या हाईवे पर अहमदपुर, रौनाही, बारा और रायबरेली मार्ग पर दखिना शेखपुर इन मार्गों से जाने वाले वाहनों पर टोल टैक्स लेता है, ऐसे में इन मार्गों से गुजरना एक अप्रैल से महंगा होने जा रहा है। राजधानी लखनऊ की बात करें तो एनएचएआई के अंतर्गत आने वाले टोल की दरों की सूची मार्च के आखिरी सप्ताह 31 तारीख़ की मध्यरात्रि तक अपडेट कर दी जाएगी, जिसके बाद से टोल टैक्स की दरें बढ़ जाएंगी, इससे पहले साल 2024 में लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने की वजह से अप्रैल में टोल टैक्स की दरें नहीं बढ़ाई गई थीं लेकिन, चुनाव की नतीजे आने के बाद जून महीने में नई दरें लागू की गईं थी।