यूपी में शिक्षा के क्षेत्र में नई शुरुआत, सीएम योगी ने किया बड़ा फैसला
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प्रदेश सरकार ने मॉडल कंपोजिट विद्यालय स्थापित करने के महत्वाकांक्षी योजना को लागू किया है. अब ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्ता और समग्र विकास का विस्तार करवाया जाएगा. इसके साथ-साथ बच्चों को एक सुरक्षित और समग्र विकास का अवसर प्रदान होगा.
मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय का समग्र दृष्टिकोण
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने प्रदेश के 43 कम मॉडल कंपोजिट विद्यालय का शिलान्यास का बात करते हुए बताया है कि यूपी में शिक्षा का एक नया मॉडल भेंट किया जा रहा है एक ऐसा केंपस जहां प्री प्राइमरी आंगनवाड़ी भी व्यवस्थित करवाया जाएगा प्री प्राइमरी से 12वीं तक की पढ़ाई एक ही छत के नीचे करवाया जाएगा. 10 से 15 एकड़ में बनने वाले विद्यालय की लागत लगभग 25 से 30 करोड रुपए की राशि खर्च की जाएगी.
आगे बताया है कि इन स्कूलों को अटल आवासीय विद्यालयों की तर्ज पर एक डिजिटल मॉडल के रूप में संचालन करवाया जाएगा अगर व्यवस्था की बात करें तो मल्टीपरपज हॉल, साइंस, स्टेडियम, मैथ्स, कौशल विकास केंद्र, कंप्यूटर लैब व्यवस्था दी जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इन विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ प्रशिक्षित और पर्याप्त शिक्षक भी उपलब्ध करवाए जाएंगे उन्होंने डीबीटी के माध्यम से बच्चों के यूनिफॉर्म, स्वेटर, बैग, मोजा और जूता जो 1200 करोड रुपए की राशि खर्च करके तैयार करवाया जाएगा.
विद्यालयों में उपलब्ध करवाई गई सुविधा
शिक्षकों से कहा गया है कि वह इस राशि के सदुपयोग के लिए अभिभावकों को जागरूक करवाना अनिवार्य होगा आगे उन्होंने बताया है कि जुलाई में शिक्षक घर-घर जाए और अभिभावकों को 15 से 14 साल के हर बच्चे को स्कूल भेजने के लिए ठोस निर्णय ले. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 2017 में पहले बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में गंदगी जर्जर भवन और अव्यवस्था का दृश्य दिखाई देता था छात्र छात्राओं की कमी और ड्राफ्ट आउट दर अधिक रहती थी.
अब इस योजना के माध्यम से इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास, डिजिटल लाइब्रेरी, शौचालय, पेयजल, खेल का मैदान अन्य तमाम सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगे. इन सभी वजह से स्कूलों में छात्रों की संख्या लगभग लगभग 800 से 1200 तक तीव्र गति से पहुंच चुकी है अब शिक्षा का एक नया मॉडल के रूप में प्रदर्शित किया जा रहा है जिन बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समग्र विकास के अवसर प्रदान करवाया जा रहा है वहीं पांच विद्यालयों के निर्माण के लिए 150 करोड रुपए की राशि देने के लिए ओएनजीसी का भी भूरी भूरी प्रशंसा करके आभार जताया गया है.