यूपी के इस जिले में हाईवे का होगा चौडीकारण, खर्च किए जाएंगे करोड़ों रुपए
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प्रदेश में चौड़ीकरण योजना को बेहतर कनेक्टिविटी और यातायात सुगमता तथा क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बड़े-बड़े फैसले लेकर धरातल पर उतरने का कार्य प्रारंभ किया है. जिसको लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंजूरी पारित कर चुकी है.
यूपी में क्षेत्रीय विकास और कनेक्टिविटी
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में हरिद्वार और काशीपुर नेशनल हाईवे चौड़ीकरण की योजना प्रारंभ हो चुकी है नगर के बीचो-बीच से गुजर रहे इन मार्गों का अब तीव्र गति से विस्तार करवाया जा रहा है. इसी दौरान मंगलवार के दिन नगीना चौराहे से दुर्गा विहार कॉलोनी रोड चौड़ीकरण के लिए निरीक्षण और सर्वे करवाया जा रहा है.
हालांकि धामपुर नगर के बीच से नेशनल हाईवे इन मार्गों से होकर गुजर रहा है नगीना मार्ग पर दुर्गा विहार से शेरकोट रास्ते में राजपूताना रिसोर्ट तक लगभग 8 किलोमीटर का बाईपास भी बनवाया जा रहा है जिसका कार्य तीव्र गति से करवाया जा चुका है लेकिन नगर के बीचों बीच में अधिकांश यातायात भारी संख्या में दिन प्रतिदिन गुजरा रहता है जिसमें जाम की स्थिति दिन भर बनी रहती है. वहीं सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण का खेल देखने को हमेशा मिल ही जाता है. इस मार्ग का चौड़ीकरण लगातार कई वर्षों से मांग उठाई जा रही थी जिस पर विधायक अशोक कुमार राणा ने लोनिवि के तहत शासन स्तर पर योजना बनाकर भेज दिया गया था. जिसके तहत लगभग 19 करोड रुपए की राशि स्वीकृति मिल चुकी है.
शुरू हुआ हाईवे चौड़ीकरण योजना
विभागीय स्तर द्वारा बताया गया है कि हाईवे दोनों और साथ-साथ मी लगभग चौड़ा किया जाना सुनिश्चित किया गया है जबकि आधा मी में डिवाइडर का कार्य निर्माण जारी रहेगा मंगलवार के दिन यहां चौड़ीकरण के लिए नपी का कार्य प्रारंभ करवा दिया गया था लोनिवि नजीबाबाद खंड के जेई अविनाश वर्मा ने कहा है कि पेड़ और विद्युत पोल सहित शिफ्टिंग के लिए विभाग स्तर पर पत्र भेजा जा रहा है अब चौड़ीकरण के लिए चिनांकन प्रक्रिया शुरू किया जा रहा है.
इनका कहना है की चोरी कारण के लिए दोनों और चिनांकन के बाद रोड की सीमा यदि किसी का रैप और पहाड़ी तथा अन्य निर्माण शामिल है तो वह स्वयं भी हटा सकता है. नहीं तो कार्य शुरू होने पर इसे विभागीय स्तर द्वारा हटवा दिया जाएगा. काशीपुर और हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण से या साबित हो चुका है कि केवल यातायात की सुगमता ही नहीं बढ़ेगी अभी तू क्षेत्रीय विकास और पर्यटन तथा वन्य जीवों की सुरक्षा में भी बेहतर सुधार हो पाएगा इस योजना के माध्यम से प्रदेश और उत्तराखंड के बीच बेहतर कनेक्टिविटी और समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण विकास साबित होगा.