यूपी के इस जिले में होगा सीमा विस्तार, 343 गांव होंगे शामिल
-(1)3.png)
प्रदेश के कई जिलों में महत्वपूर्ण विकास की योजना बनाई जा रही है. अब यह कदम प्रमुख पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करने का फैसला लिया गया है. इसके तहत विभिन्न कार्य योजना बनाई जा चुकी है. जिससे पूरे शहर में यातायात की समस्या से निजात मिल पाएगा.
बस्ती और गोंडा के गांव होंगे शामिल
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में रामनगरी विकास प्राधिकरण ने अपनी सीमा का विस्तार करवाने का फैसला लिया है अयोध्या विकास प्राधिकरण की सीमा अब पड़ोसी के कई जनपद बस्ती और गोंडा के गांव तक पहुंच सकती है अयोध्या धाम में आ रहे निवेश को लेकर धरातल पर पारदर्शिता के साथ उतरने के लिए बड़ी तैयारी चल रही है इसमें मास्टर प्लान 2031 तक कार्य योजना तैयार हो चुका है इसमें 873 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को शामिल किया जा सकता है
इस विस्तार कार्य योजना को लेकर नगर पंचायत भदरसा, अयोध्या नगर निगम, नगर पालिका परिषद नवाबगंज, बस्ती के 126 और गोंडा के 63 गांव, गोंडा के साथ अयोध्या के 154 गांव, कुल मिला-जुलाकर 343 गांव शामिल करने की मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है. मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दें इस मास्टर प्लान का उद्देश्य रामनगरी अयोध्या में आ रहे निवेश को लेकर धरातल पर पारदर्शिता के साथ रखना और पूरे शहर को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की रणनीति की तैयारी की जा रही है.
अयोध्या विकास क्षेत्र के विस्तार में कई गांव शामिल
प्रदेश सरकार ने कहा है कि अमृत योजना के तहत पहले चरण में अयोध्या नगर निगम तथा इसके आसपास के 65 गांव को मिलाकर 133 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के लिए जिस मास्टर प्लान को तैयार करवाया गया था उसे पर सरकार ने अनुमोदित किया था. इस परियोजना में लगभग लगभग 11 लाख की संख्या को ध्यान में रखकर तैयारी की जा रही है अब विस्तारित मास्टर प्लान 2031 में दूसरे चरण के तहत अयोध्या के दो आसपास जिले गोंडा और बस्ती के 189 गांव को शामिल किया जा चुका है
जिसमें क्षेत्र को 873 वर्ग किलोमीटर बढ़ाया जा चुका है अयोध्या विकास प्राधिकरण को आधुनिक सुविधाओं से युक्त पर्यटन नगरी बनाने का रेखा खींचा जा चुका है इस दौरान विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा, होटल रिसोर्ट, बेहतर कनेक्टिविटी, संस्कृतिक केंद्र इस विकास कार्य के तहत शामिल किया जा चुका है. राज्य सरकार ने बताया है कि इस विस्तार का उद्देश्य यह है कि अयोध्या नगरी को एक प्रमुख पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित करवाया जाना है इसके तहत विभिन्न योजनाएं भी बनाई जा चुकी हैं इस परियोजना के द्वारा अयोध्या को एक नहीं पहचान मिलेगी जो उसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाएगा.