यूपी में फोरलेन होगी इस रूट की सड़क, जाम से मिलेगी राहत
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सिरकोनी हौज से कुल्हनामऊ तक की सड़क
ट्रैफिक जाम के प्रमुख कारणों में से एक है ट्रैफिक का असमान वितरण और सड़क पर सिग्नल का असमय कार्य करना। स्मार्ट ट्रैफिक लाइट्स और आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम जाम की समस्या को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इन सिस्टम्स में ट्रैफिक सिग्नल को सड़क पर वाहनों की संख्या और गति के आधार पर नियंत्रित किया जाता है। इसके चलते ट्रैफिक में निरंतरता बनी रहती है और जाम की संभावना कम हो जाती है। नगर के दक्षिणी इलाके के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। सिरकोनी हौज से लाइन बाजार, नईगंज होते हुए कुल्हनामऊ तक की सड़क फोरलेन की जाएगी। इसमें एक अरब 39 करोड़ तीन लाख 99 हजार खर्च किया जाएगा। 36 करोड़ रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अप्रैल महीने से शुरू की जाएगी।
स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम
मेट्रो और बसों जैसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने से निजी वाहनों की संख्या में कमी आएगी। जब लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करेंगे, तो सड़क पर वाहनों की भीड़ कम होगी। मेट्रो नेटवर्क का विस्तार और बसों के लिए विशेष लेन बनाने से जाम की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। वाराणसी से लखनऊ मार्ग को जोड़ने वाली सिरकोनी हौज से कुल्हनामऊ तक 13 किमी लंबी सड़क को फोरलेन बनाया जाएगा। युवा कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद्र यादव की मांग पर शासन की ओर से स्वीकृति मिल गई है। टेडर व जमीन अधिग्रहण पूरी होने के बाद कार्य शुरू करा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी फोरलेन मार्ग के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य की घोषणा की थी। इस मार्ग से रोजाना करीब 40 हजार से अधिक लोग सफर करते है।
उक्त मार्ग के फोरलेन बन जाने से राहगीरों का आवागमन आसान हो जाएगा। कई बार जाम की समस्या पार्किंग की कमी के कारण भी होती है। अगर पार्किंग की जगह सीमित होती है, तो वाहन सड़क पर खड़े रहते हैं, जिससे यातायात प्रभावित होता है। स्मार्ट पार्किंग सिस्टम को लागू करने से पार्किंग स्थानों का सही तरीके से उपयोग किया जा सकता है। इससे वाहनों की कतारें कम होंगी और ट्रैफिक सुचारु रूप से चलेगा। टूटेगा लाइन बाजार और नईगंज मार्केट -सड़क चौड़ी होने के दौरान लाइनबाजार और नईगंज मार्केट दुकानें टूटेंगी। इसके अलावा पालिटेक्निक चौराहे के पास स्थित दुकानें तोड़ी जाएंगी। हालांकि प्रभावित दुकानदारों को इसका मुआवजा भी मिलेगा।