लखनऊ से यह रूट होगा 6 लेन, इन जिलों को मिलेगी रफ्तार

उत्तर प्रदेश में प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों के चौड़ीकरण की प्रक्रिया तेज हो गई है. जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी और ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी. यह कदम राज्य में बढ़ते यातायात दबाव और धार्मिक पर्यटन की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
लखनऊ से सीतापुर का सफर होगा और सुगम
इन परियोजनाओं से न केवल यातायात की सुगमता बढ़ेगी. बल्कि राज्य की आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी. यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी. और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. लखनऊ और सीतापुर के बीच यात्रा को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाएं चल रही हैं. इन परियोजनाओं से न केवल यात्रा का समय कम होगा. बल्कि यातायात भी सुगम होगा. लखनऊ से सीतापुर तक के राष्ट्रीय राजमार्ग ;एनएच-30 को चार लेन से बढ़ाकर छह लेन किया जा रहा है.
इस परियोजना से यात्रा का समय लगभग 2 घंटे से घटकर 1 से 1.5 घंटे हो जाएगा. इससे ट्रैफिक जाम की समस्या में भी कमी आएगी. राजधानी से सीतापुर जाना और सुगम हो जाएगा. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) सीतापुर हाईवे को फोरलेन से सिक्स लेन यानी छह लेन वाला राष्ट्रीय राजमार्ग बनाने जा रहा है. इससे जमीनों का अधिग्रहण कुछ जगह हो सकता है. लखनऊ से सीतापुर व सीतापुर से लखनऊ के बीच नियमित रूप से सफर करने वालों की संख्या करीब दस हजार से अधिक है. यह लोग परिवहन व अपने निजी वाहनों से सफर करते हैं. आठ से दस घंटे की नौकरी के अलावा चार घंटे अप व डाउन में लग जाते हैं. ऐसे लोगों को सबसे अधिक लाभ होगा.
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लखनऊ.सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण
वर्तमान में लखनऊ से कानपुर के ट्रांस गंगा सिटी तक एक्सप्रेस वे बनाने का काम चल रहा है. अब लखनऊ से सीतापुर की ओर प्राधिकरण ने फोकस किया है. यहां बढ़ते ट्रैफिक के कारण हाई वे को चार लेन से छह लेन बनाने का निर्णय किया है. अगर सब कुछ ठीक रहा तो वर्ष 2027 तक यह राष्ट्रीय राजमार्ग छह लेन का होगा. इसके कारण लोग अपने गंतव्य थोड़ा और जल्दी पहुंच सकेंगे इसकी प्रकिया भी शुरू कर दी गई है. आने वाले एक साल के भीतर सीतापुर हाईवे का काम शुरू कर दिया जाएगा. खासबात होगी कि अभी जो दो घंटे का सफर लखनऊ से सीतापुर पहुंचने में लगता है,
वह सिर्फ एक से सवा घंटे ही लगेगा, क्योंकि वाहनों की गति बढ़ेगी. इसके साथ ही जो जाम लगता है ट्रैफिक के कारण, उसमें सुगमता आएगी. हाईवे के चौड़ीकरण में कस्बों के किनारे कुछ मकान व दुकान चौड़ीकरण के जद में आ सकते हैं. हालांकि अभी इसको लेकर अधिसूचना जारी होना बाकी है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण चाहेगा कि कम से कम लोगों के घर, दुकान व जमीनें छह लेन बनाने की जद में आए. क्योंकि इससे छह लेन हाई की लागत भी बढ़ेगी. वहीं एनएचएआइ ने राजधानी में आउटर रिंग रोड के बाद लखनऊ से अयोध्या, बाराबंकी से बहराइच, कुंभ में लखनऊ से रायबरेली रोड के चौड़ीकरण का काम कराया जा चुका है.