यूपी के इस जिले को भी मेट्रो की सौगात, 400 करोड़ रुपए की मंजूरी
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उत्तर प्रदेश में स्थित आगरा जिले में राज्य सरकार ने उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) को आगरा मेट्रो परियोजना के तहत 400 करोड़ रुपये की नई किस्त जारी की है। इस वित्तीय सहायता से मेट्रो के पहले कॉरिडोर के निर्माण कार्य में तेजी आएगी। यह कॉरिडोर सिकंदरा तिराहा से शुरू होकर टीडीआइ माल फतेहाबाद रोड तक फैला हुआ है, जिसकी कुल लंबाई 14 किलोमीटर है। वर्तमान में इस कॉरिडोर के 6 किलोमीटर हिस्से पर मेट्रो का संचालन किया जा रहा है, जबकि शेष हिस्से पर निर्माण कार्य जारी है।
आगरा में मेट्रो का ट्रैक 30 किलोमीटर लंबा होगा, जो कि एक महत्वपूर्ण परिवहन परियोजना है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 8369 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है। इसमें से 1800 करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा और 1800 करोड़ रुपये राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा, शेष 4769 करोड़ रुपये यूरोपीय निवेश बैंक द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे।
यूपीएमआरसी ने पहले और दूसरे कॉरिडोर पर कार्य शुरू कर दिया है, जो इस परियोजना की गति को दर्शाता है। मेट्रो प्रणाली का विकास शहर के यातायात को बेहतर बनाने और लोगों की यात्रा को सुगम बनाने में मदद करेगा। यह परियोजना न केवल आर्थिक विकास में योगदान करेगी, बल्कि शहर के निवासियों के लिए आवागमन को भी सुविधाजनक बनाएगी।
7 मार्च 2024 को बिजलीघर चौराहे से लेकर टीडीआई मॉल, फतेहाबाद रोड तक मेट्रो सेवा का शुभारंभ किया गया। इस परियोजना में कुल 6 किलोमीटर की दूरी पर मेट्रो का संचालन किया जा रहा है, जिसमें 7 किलोमीटर एलीवेटेड (ऊँचा) और 3 किलोमीटर भूमिगत (जमीन के नीचे) ट्रैक शामिल है। इस नए मेट्रो रूट पर 6 प्रमुख स्टेशन बनाए गए हैं, जहाँ से यात्रियों को 7 मेट्रो ट्रेनें उपलब्ध होंगी। यह मेट्रो सेवा शहर के परिवहन नेटवर्क को और अधिक सशक्त बनाएगी, जिससे यात्रियों को तेजी और सुविधा के साथ अपने गंतव्य तक पहुँचने में मदद मिलेगी।
संयुक्त महाप्रबंधक जनसंपर्क पंचानन मिश्र ने जानकारी दी है कि "राज्य सरकार ने मेट्रो परियोजना के लिए 400 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। इससे पहले केंद्र सरकार से भी आवश्यक धनराशि प्राप्त हो चुकी है। इस धनराशि का उपयोग करके मेट्रो का पहला कारिडोर तैयार किया जा रहा है, जो शहर के परिवहन को नई दिशा देगा। मेट्रो सेवा का संचालन जुलाई 2025 तक आरबीएस इंटर कालेज से लेकर बिजलीघर चौराहा तक शुरू करने की योजना है। इसके साथ ही, अगले 1 वर्ष में सिकंदरा तिराहा से आरबीएस इंटर कालेज तक ट्रैक का निर्माण भी पूरा कर लिया जाएगा।"
सुल्तानपुरा कैंट रोड पर मेट्रो निर्माण का कार्य फिलहाल ठप हो गया है। छावनी परिषद और रक्षा संपदा विभाग ने भूमि संबंधी कुछ आपत्तियां उठाई थीं, जिसके कारण 5 फरवरी को मशीनों का काम रोक दिया गया। इस स्थिति के कारण परियोजना में देरी हो रही है। वर्तमान में, बिजली के पोलों को हटाने का कार्य जारी है, ताकि मेट्रो के लिए आवश्यक स्थान तैयार किया जा सके।
यूपी मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी है कि जल्द ही एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें संबंधित अधिकारियों के साथ आपत्तियों का समाधान किया जाएगा। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक 16 किलोमीटर लंबे मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें कुल 14 स्टेशन शामिल होंगे। खास बात यह है कि सभी स्टेशन एलीवेटेड यानी ऊंचाई पर बनेंगे, जिससे यातायात की सुविधा में सुधार होगा और शहर की भीड़भाड़ को कम करने में मदद मिलेगी।