यूपी में इन 76 गाँव की बल्ले-बल्ले, जल्द शुरू होगा यह एक्स्प्रेस-वे
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उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है. और अब तक कुल कार्य का लगभग 80ः हिस्सा पूरा हो चुका है। यह एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबा होगा. जो पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बीच यात्रा समय को कम करेगा और कनेक्टिविटी में सुधार करेगा.
Ganga Expressway का 80 प्रतिशत काम पूरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया है कि देशभर से आने वाले लोगो को सुविधा हो. इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से 12 जिलों में कनेक्टिविटी में सुधार होगा. जिससे व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा. यह परियोजना राज्य की सड़क अवसंरचना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण कदम है. जनपद में गंगा एक्सप्रेस वे 105 किमी क्षेत्र में बन रहा है. जो कि सभी छह तहसीलों के 76 गांव से होकर गुजर रहा है. मौजूदा समय काम तीव्र गति से जारी है. जिसमें सड़क के अलावा पुल, पुलिया, रेलवे ओवर ब्रिज इत्यादि के अलावा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर जंक्शन का काम भी 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है. गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा में एक मील का पत्थर साबित होगा. जो न केवल यात्रा को सुगम बनाएगा. बल्कि राज्य की समग्र प्रगति में भी योगदान देगा.
प्रदेश की अधोसंरचना विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है. यह मेगाप्रोजेक्ट न केवल राज्य की कनेक्टिविटी को मजबूती देगा. बल्कि इसके जरिए कई जिलों की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को भी नई रफ्तार मिलेगी. गंगा एक्सप्रेस-वे तीनों को क्रास करेगा. हरदोई और उन्नाव की सीमा के बीच में आगरा एक्सप्रेस-वे पड़ता है. इस कारण एक जंक्शन वहीं पर बन रहा है, जिसका लगभग 45 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. कानपुर-लखनऊ हाईवे पर सोनिक के पास जंक्शन बनकर तैयार हो चुका है. वहीं एलीवेटेड एक्सप्रेसवे पर नेवरना में एक जंक्शन बन रहा है. इन जंक्शन से गंगा एक्सप्रेस-वे के वाहन अथवा इन मार्गों का यातायात संबंधित मार्गों पर चढ़-उतर सकेंगे. वर्तमान समय में आगरा से लखनऊ जाने वाली लेन डेढ़ किमी तक बंद है और वाहन डायवर्ट कर लखनऊ से आगरा जाने वाली लेन से निकाले जा रहे हैं. पुरवा क्षेत्र के तीन गांव सरसों, टिकरिया व ऊंचागांव सानी में गंगा एक्सप्रेसवे का कार्य चल रहा है. उक्त स्थानों पर मिट्टी भरान का कार्य लगभग हो चुका है. गंजमुरादाबाद ब्लाक क्षेत्र के हरईपुर गांव के पास निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस वे पर तेजी से कार्य चल रहा है. चक हनुमान, भिखनापुर, हरईपुर, महोलिया पंचम खेड़ा, अटवा बैंक रानीपुर ग्रांट आदि गांव में मिट्टी का काम करीब करीब हो चुका है. अब डामरीकरण चल रहा है. बीच बीच में गिट्टी डाल कर टुकड़े टुकड़े के डामरीकरण का कार्य चल रहा है.
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इन जिलों के लिए राह होगी आसान
गंगा एक्सप्रेस-वे की मेरठ से प्रयागराज के बीच कुल लंबाई 594 किमी की है. एक्सप्रेस-वे जनपद में सबसे लंबा 104.8 किमी का है. जिले से ही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और कानपुर-लखनऊ राजमार्ग भी निकला है. वहीं, एलीवेटेड कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे अलग रूट से निकल रहा है. वहीं रविवार को गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण की स्थिति का अवलोकन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरदोई में इसी सड़क पर उतरकर किया. सीएम के निरीक्षण को लेकर जिले में भी संबंधित अधिकारी व प्रशासन सजग रहा. हालांकि सीएम हवाई निरीक्षण के माध्यम से ही सड़क की स्थिति परखते हुए निकल गए. मुख्य अभियंता गंगा एक्सप्रेसवे आरके चौधरी ने बताया कि हरदोई के अलावा सीएम उन्नाव में गंगा एक्सप्रेसवे पर कहीं नहीं उतरे. गंगा एक्सप्रेस-वे जिले के रास्ते होते हुए रायबरेली, प्रतापगढ़ होकर प्रयागराज जा रहा है.
इसका निर्माण मेरठ से शुरू हुआ जो विभिन्न जिलों से होते हुए हरदोई तक और फिर हरदोई से बांगरमऊ, सफीपुर, हसनगंज, सदर, पुरवा और बीघापुर तहसीलों के गांव से होते हुए सीधे रायबरेली जिले को जा रहा है. गंजमुरादाबाद क्षेत्र से पहले मल्लावां क्षेत्र में हरदोई उन्नाव मार्ग, बालामऊ ट्रेन मार्ग का बरहुवा में पुल के गाटर रख दिए गए हैं. स्लेब पड़नी है. बांगरमऊ क्षेत्र में शादीपुर गांव के पास बन रहे इंटरचेंज का कार्य तेजी से चल रहा है0 इंटरचेंज के स्थान पर लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर आगरा से लखनऊ जाने वाली लेन पर गर्डर रख दिए गए है सरिया और बोल्ट कसने के बाद स्लैब डालने का कार्य चल रहा है. इस लेन का कार्य होने के बाद लखनऊ से आगरा वाली लेन पर गर्डर रखे जायेगे. वहीं टिकरिया के पास अंडरपास बन रहा है जोकि पूर्ण हो चुका है। उक्त स्थानों पर डामरीकरण का कार्य किया जा रहा है.