यूपी में इन महिलाओं ने खुद बनाया पुल, गाँव वालों को भी मिला लाभ
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यूपी में निर्माण कार्य को लेकर शहर और ग्रामीण अंचल में परेशानियां बढ़ चुकी हैं पिछले लंबे समय से ही पुल बनाने की गुहार लगाई जा रही है लेकिन कोई भी जिम्मेदार यह आश्वासन देने के लिए तैयार नहीं है कि पुल का निर्माण कार्य कब शुरू होगा लेकिन प्रशासन ने कोई काम अभी तक नहीं किया है तो यहां महिलाओं ने जिम्मेदारी ले ली है आईए जानते हैं पूरा मामला.
स्थायक समाधान नहीं लेकिन राहत मिल
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में जहां कृपालपुर गांव की महिलाओं ने रिंद नदी पर आपसी विचार विमर्श से लकड़ी का अस्थाई पुल निर्माण कार्य प्रारंभ किया है जिसमें कई वर्षों से पुल की मांग की सिफारिश की जा रही थी उसके बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर महिलाओं ने गांव के बच्चे की पढ़ाई और इलाज को ध्यानपूर्वक रखते हुए यह ठोस निर्णय उठाया है. जिसमें पूरा गांव इस कार्य में सहयोग पूरे मन के साथ कर रहा है. पूरे प्रदेश में हैरान कर देने वाला मामला सामने आ चुका है जिसमें शासन और प्रशासन में कोई भी सख्त कदम नहीं उठाया है.
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जो फतेहपुर के कृपालपुर गांव की महिलाओं ने खुद लकड़ी का पुल बनाना तीव्र गति से प्रारंभ कर दिया है गांव बंदकी तहसील के देवमई विकासखंड में जो स्थित है जहां महिलाएं अपने बच्चों की पढ़ाई और परिवार की जरूरत को देखते हुए नदी पर अस्थाई पुल का कमान संभाल लिया है. मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि कलावती और सीमा देवी नाम की दो ग्रामीण महिलाओं ने इस मुहिम को प्रारंभ किया है जो अब तक ₹80000 की धनराशि खर्च हो चुकी है पुल का निर्माण कार्य लकड़ी, पोल और बांस से इसका काम किया जा रहा है.

गांव में हुआ सतत जागरूकता
स्थानीय लोगों का सहयोग भी पूर्ण रूप से लगातार मिल रहा है. आगे बताया गया है कि गांव की महिलाएं ने कहा है कि बरसात में रिंद नदी उफान पर आ जाती है जिसमें रोज करीब 300 बच्चे नाव से स्कूल आते जाते हैं कई बार हदासे से भी हो चुके हैं खेत चारा और पानी की आवश्यकता के लिए नदी पार करना मजबूरी है जिसमें लंबे समय से पुल निर्माण को लेकर अपील की जा रही थी.
लेकिन जनप्रतिनिधियों और सरकार की अनदेखी के चलते गांव की महिलाओं ने खुद दिया निर्णय ले लिया पुल का निर्माण का हम स्वयं करेंगे. जिसमें स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक स्थाई पुल नहीं बन जाएगा तब तक अस्थाई पुल का ही सहारा लेना पड़ेगा महिलाओं का अब यह प्रयास से आसपास के कई गांव के लिए मिसाल कायम हो चुका है. आगे बताया गया कि यह बेहद प्रेरणादायक कहानी बन चुका है प्रदेश के फतेहपुर जिले की कृपालपुर गांव की जहां महिलाओं ने सरकारी उदासीनता के बीच रिंद नदी पर स्वयं निर्णय लेकर लकड़ी और पास का पुलिया बना दिया. जिसमें बच्चों की पढ़ाई और अस्पताल पहुंचाना आसान हो जाए.