यूपी में जुड़ेंगे यह 2 Expressway, भूमि अधिग्रहण का काम पूरा
इस महत्वाकांक्षी परियोजना की कुल लागत करीब 270 करोड़ रुपये होने का अनुमान है
उत्तर प्रदेश में स्थित यमुना एक्सप्रेसवे को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (केजीपी) से जोड़ने का कार्य अब आरंभ हो चुका है। इस परियोजना के तहत 60 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण पूरा किया जा चुका है। हाल ही में, एनएचएआई की टीम ने दोनों एक्सप्रेसवे के बीच इंटरचेंज बनाने के लिए भूमि का जांच किया है। इस विकास से क्षेत्र में यातायात की सुगमता में वृद्धि होने की उम्मीद है।
इस समय, आगरा की ओर जाने वाले ड्राइवरों को केजीपी से यमुना एक्सप्रेसवे तक पहुंचने के लिए 15-20 किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता तय करना पड़ता है। यह नई परियोजना इस समस्या का समाधान करने में मदद करेगी, जिससे यातायात का बोझ कम होगा और यात्रा का समय भी घटेगा। इसके अलावा, परी चौक और कासना में लगने वाले ट्रैफिक से यात्रियों को राहत मिलेगी, जिससे उनकी यात्रा अधिक सुगम और आरामदायक हो सकेगी।गाजियाबाद, हापुड़ और मेरठ के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण समाचार है। अब उन्हें आगरा जाने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे पर एक सीधा और सुविधाजनक मार्ग मिलेगा। इस नई परियोजना के तहत, इंटरचेंज पर कुल 8 लूप बनाए जाएंगे, जो कि 11 किलोमीटर की दूरी तक फैले होंगे। इन लूपों के निर्माण से यात्रियों को इंटरचेंज पर उतरने और चढ़ने में काफी सहूलियत होगी।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना की कुल लागत करीब 270 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। अधिकारियों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को एक साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे न केवल यात्रियों का समय बचेगा, बल्कि यात्रा की सुविधा में भी सुधार होगा।
इस परियोजना का कार्य साल 2023 में आरंभ हुआ था, परंतु मिट्टी पर होने वाले 22 करोड़ रुपये के अलावा खर्च के कारण इसे कुछ समय के लिए रोकना पड़ा। इसके पश्चात, इस परियोजना की जिम्मेदारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को सौंप दी गई। इसके पूरा होने से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि यह क्षेत्र के समग्र विकास में भी योगदान देगा। इस परियोजना के माध्यम से स्थानीय लोगों को बेहतर यातायात सुविधाएं मिलेंगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।