यूपी में इन 150 गाँव को जाने वाली इन 6 सड़कों का होगा कायाकल्प
सड़कों के निर्माण को दी मंजूरी
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प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना केंद्र सरकार की एक योजना है। व्यक्तियों और उससे अधिक की आबादी वाली सभी संपर्क से वंचित बस्तियों को कवर किया जा सके। सरकार का उद्देश्य व्यक्तियों और उससे अधिक की आबादी वाली बस्तियों को जोड़ना सबसे बड़ा मकसद है। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं में ये एक है।
सड़कों के निर्माण को दी मंजूरी
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण विकास को बढ़ावा
इसके तहत अब इन सड़कों को नवीनीकरण का कार्य 4 करोड़ 27 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा। इन सड़कों के नवीनीकरण से तीनों तहसीलों के लगभग 150 से अधिक गांव के लोगों को आवागमन में सहूलियत मिलेगी। 34.7 किमी लंबी यह सभी छह सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत एक दशक से भी ज्यादा समय से बनी है, बीच में एक बार भी मरम्मत न होने से वर्तमान में यह सड़कों पर हर दो फीट पर गहरे गढ़डे बने हुए है। लेकिन नए साल पर पूर्व में भेजे गए प्रस्ताव को शासन ने स्वीकृति दे दी है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सदर तहसील के कोपागंज-नौसेमर मार्ग, घोसी तहसील की सियरही-बर्जला मार्ग, टेघना-भीटा मार्ग, माऊरबोझ-हाजीपुर मार्ग शामिल है। इसीक्रम में मधुबन तहसील की फतेहपुर-चंदापार मार्ग और सिपाह-सउनी मार्ग शामिल है। परियोजना समय सीमा को पूरा करने के लिए दैनिक निगरानी तंत्र की आवश्यकता पर जोर दिया और सड़क निर्माण में गुणवत्ता मानकों के पालन को सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय द्वारा निर्धारित समय सीमा के अनुसार सभी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना परियोजनाओं को पूरा किया जाना चाहिए। इसके तहत महत्वपूर्ण सड़क और पुल परियोजनाओं का स्थल पर निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यान्वयन पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसके परिणामस्वरूप विशेष रूप से दूरदराज और क्षेत्रों में ग्रामीण कनेक्टिविटी में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।