यूपी के इस रूट की रेल लाइन पर काम में तेजी, बढ़ेगी व्यापार की रफ्तार रोजगार में होगी आसानी
जिले में आनंदनगर-घुघली वाया महराजगंज नई रेल लाइन के तहत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्किल इंडिया पहल ने युवाओं के लिए स्वरोजगार और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा दिया है। आत्मनिर्भरता इंसान के मन में मौजूद भरोसे की ऐसी बुनियाद है, जो अपने आप पर किए गए विश्वास पर टिकी होती है।
व्यापार और उद्योग को मिलेगी रफ्तार
जिले में आनंदनगर-घुघली वाया महराजगंज नई रेल लाइन के तहत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसके लिए नौ और गांवों में भूमि अधिग्रहण के लिए तैयारी शुरू हो गई है। कुछ दिनों में इन गांवों में भूमि अधिग्रहण के लिए रेलवे धारा 21 का प्रकाशन किए जाने की संभावना है। उसके बाद भूमि अधिग्रहण व मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया की शुरुआत हो जाएगी। आनंदनगर-महराजगंज-घुघली प्रस्तावित रेल मार्ग को लेकर तेजी से काम चल रहा है। आने वाले दिनों में जिला मुख्यालय रेल मार्ग से जुड़ेगा तो परिवहन की समस्या दूर हो जाएगी। लोगों की जीवन की गाड़ी दौड़ने लगेगी। नई रेल लाइन 57 गांवों से होकर गुजरेगी। इस परियोजना में 45 गांवों में भूमि अधिग्रहण का कार्य जिले के उप भूमि अध्याप्ति विभाग की ओर से किया जा रहा है। जबकि 12 गांवों में भूमि अधिग्रहण का कार्य गोरखपुर से होगा। इसमें कैंपियरगंज, राजपुर, माधोपुर, रमवापुर, इंदरपुर, सरपतहा, लक्ष्मीपुर गुम्हाखोर, चौमुखा, बनभागलपुर, बसंतपुर, लोहरपुरवा और ठाकुरनगर गांव है। इन गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए रेलवे की टीम चिह्नांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। विभाग गजट प्रकाशन की तैयारी में जुट गया है। यहां के लोग बीते दिनों हाईकोर्ट में राय लेने पहुंचे थे। लोगों के मुताबिक मुआवजा कृषि सर्किल रेट से दिया जा रहा है, जबकि जमीन आवासीय है। ऐसे में जमीन और घर में लगी पूरी रकम डूब जाएगी। पीड़ित इधर-उधर भटक रहे हैं। कुछ लोग तो ऐसे हैं, तो पूरी कमाई ही घर में लगा दिए हैं। उन्हें चिंता सता रही है कि भविष्य में घर कैसे बनवा पाएंगे।विकास पर सीएम योगी का फोकस
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। योगी सरकार की विकासोन्मुखी प्रयासों को देखते हुए केंद्र सरकार भी यूपी में विकास में सहयोग करने से पीछे नहीं है। पहल के तहत प्रस्तावित साथ ही व्यापार और उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। योगी सरकार की इस दिशा में की गई पहल से न केवल श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं, बल्कि इन आसपास के क्षेत्रों में भी व्यापार, पर्यटन और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। प्रदेश में बुनियादी ढांचे का विस्तार तीव्र गति से हो रहा है। पिछले सात सालों में योगी सरकार की नीतियों और विकास योजनाओं ने उत्तर प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत किया है। वहीं उद्योग धंधों के विकास को बल मिलेगा। बदल रहे महराजगंज की तस्वीर में बहुत कुछ नया हो जाएगा। जिन क्षेत्रों में वर्तमान में रोजगार के अवसर नहीं हैं। वहां लोगों को आत्मनिर्भर बनने की राह आसान होगी। महराजगंज ऐसा जिला मुख्यालय है जो अभी तक रेल सुविधा से अछूता है। लेकिन अब तो जमीनों के भाव बढ़ गए हैं। संभावित स्टेशन के आसपास लोग जमीन खरीद लिए हैं। आने वाले समय में क्षेत्र में बहुत कुछ बदल जाएगा। उधर, रेलवे में जिन जमीनों को चिह्नित कर लिया गया है उनके रेट को लेकर लोग परेशान हैं। किसी की खरीदी हुई जमीन तो किसी का घर दायरे में आ रहा है। ऐसे में लोग मुआवजे को लेकर संशय में हैं। जानकारी के अनुसार नई रेल लाइन परियोजना के लिए कुल लंबाई 53 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण के लिए 57 गांवों में करीब 194 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। अब तक 1.11 अरब रुपये से अधिक का मुआवजा भुगतान किया जा चुका है। नई रेल लाइन निर्माण के लिए पुलों का निर्माण, रेल पटरियों का विस्तार और अन्य संरचनात्मक काम शामिल हैं। रेलवे ने इन परियोजना को प्राथमिकता दी है, ताकि जिला मुख्यालय को रेलवे लाइन से जोड़ा जा सके और क्षेत्रीय विकास में मदद मिल सके। इन दिनों महराजगंज जिला मुख्यालय से दिन ढलने के बाद कहीं आने जाने में दुश्वारियां होती हैं। महुअवा के पास स्टेशन बनने की बात कही जा रही है। वर्तमान में यह क्षेत्र नगर पालिका का हिस्सा बन चुका है। इस क्षेत्र में स्टेशन बनेगा तो आसपास दुकानों के साथ होटल आदि बनेंगे। इससे क्षेत्र में विकास के साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।