यूपी में 20 हजार लोगों का कटा बिजली का कनेक्शन, ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू
बिजली चोरी के खिलाफ विभाग का ताबड़तोड़ एक्शन
उत्तर प्रदेश विद्युत विभाग ने पुराने लखनऊ में बड़े पैमाने पर बिजली चेकिंग अभियान चलाया घरों में बिजली चोरी का मामला सामने आया स्थानीय लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और कनेक्शन वापस जोड़ने का दबाव डालने लगे।
बिजली चोरी के खिलाफ विभाग का ताबड़तोड़ एक्शन
गाजियाबाद विद्युत निगम बकायेदारों पर सख्त कार्रवाई कर रहा है। अब तक 20 हजार कनेक्शन काटे जा चुके हैं और 4032 घरों से मीटर भी उखाड़ लिए गए हैं। बकायेदारों को बकाया जमा करने के लिए कड़े निर्देश दिए गए हैं। एकमुश्त समाधान योजना योजना में 40 हजार बकायेदारों ने रजिस्ट्रेशन कराया है लेकिन वसूली अभी भी चुनौती बनी हुई है। बिजली चोरी रोकने और बकाया वसूली के लिए ऊर्जा निगम की टीम बृहस्पतिवार सुबह ही सड़कों पर उतर गई। अभी तक करीब 20 हजार के कनेक्शन काटे हैं। इनमें से 4032 के कनेक्शन काटने के साथ ही घरों से मीटर भी उखाड़े गए हैं। इसके बाद भी बकायेदार बकाया जमा करने को तैयार नहीं हैं। मुख्यालय की कार्रवाई के डर से विद्युत निगम अब बकायेदारों के केवल कनेक्शन ही नहीं काट रहा है, बल्कि बड़े बकायेदारों के घरों से मीटर भी उखाड़ कर ले जा रहा है। निर्देश पर विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने सभी अवैध कनेक्शनों को पोल से काट दिया। इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल बिजली चोरी रोकना था, बल्कि लोगों को वैध तरीके से बिजली उपयोग करने के प्रति जागरूक करना भी है, बिजली विभाग ने साफ किया है। कुल बकाये का विद्युत निगम को अभी तक 10 प्रतिशत राजस्व भी प्राप्त नहीं हुआ है। वहीं, ओटीएस में कम राजस्व आने पर मुख्यालय स्तर से बरेली के मुख्य अभियंता को हटाने के बाद से जिले के अधिकारियों को कार्रवाई का डर सता रहा है। दरअसल जिले में विद्युत निगम के करीब तीन लाख बकायेदारों पर 400 करोड़े से अधिक का बकाया है। इनसे से अभी तक 40 हजार बकायेदारों ने ही पंजीकरण कराया है। इनमें से जोन-दो (मोदीनगर, मुरादनगर व लोनी) में सबसे अधिक 25 हजार 315 ने पंजीकरण कराया है।विद्युत विभाग की बड़ी कार्रवाई, घरों में पकड़ी गई बिजली चोरी
चार किलोवाट तक सिंगल फेस घरेलू कनेक्शन वाले उपभोक्ता को 600 रुपये व पांच व उससे ऊपर कनेक्शन वाले उपभोक्ता को एक हजार रुपये शुल्क देना होगा। इसके बाद ही कनेक्शन जोड़ा जाएगा। ओटीएस (एकमुश्त समाधान योजना) में लापरवाही बरतने के चलते मुख्यालय स्तर से लगातार बैठक की जा रही हैं। अधिकारियों को अधिक से अधिक वसूली करने के कड़े निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद भी अधिकारियों को वसूली करना चुनौती बना हुआ है। जिन उपभोक्ताओं का विद्युत निगम कनेक्शन काट रहा है उन्हें बकाया जमा करने के साथ ही कनेक्शन जुड़वाने के लिए 600 रुपये व 1000 शुल्क देना होगा। अब एक जनवरी से दूसरा चरण जारी है, इसमें इक्का-दुक्का ही बकाया बिल की राशि जमा करने के लिए पहुंच रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि बिना कार्रवाई के जमा नहीं करेंगे। अधिक से अधिक राजस्व आ सके इसके लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। इनसे निगम को करीब 26.30 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। तीनों जोन से कुल मिलाकर निगम को करीब 35 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। अब विद्युत निगम बकायेदारों में सख्ती बरत रहा है। लगातार कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जा रही है। विद्युत निगम के अधिकारियों का कहना है कि जिन बकायेदारों को बकाया जमा करना था वह ज्यादातर ओटीएस के पहले चरण 15 से 31 दिसंबर तक जमा कर चुके हैं। विद्युत निगम के अधिकारियों का कहना है कि सुबह में छापेमारी कर कार्रवाई की जा रही है। अधिक चोरी वाले इलाकों में प्राथमिकता के साथ कार्रवाई की जा रही है। जो भी बिजली चोरी करते पाया जा रहा है उस पर मुकदमा दर्ज करते हुए जुर्माना लगाया जा रहा है। इस कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।