यूपी के इस जिले में रिंग रोड के निर्माण की तैयारी तेज, 300 करोड़ रुपए जारी
रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को गति दी है। किसानों को मुआवजा देने के लिए 300 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण की बाधा दूर कर दी है। जिनकी अधिग्रहण से संबंधित कागजी कार्यवाही पूरी हो चुकी हैं। सबकुछ ठीक चला तो इस साल अक्तूबर से निर्माण शुरू हो जाएगा। कब्जा मिलने पर रिंग रोड बनने का रास्ता साफ होगा।
जमीन अधिग्रहण के लिए 300 करोड़ रुपये जारी
बरेली की यातायात व्यवस्था जल्दी ही अन्य बड़े शहरों को टक्कर देती दिखेगी देगी, बदायूं, दिल्ली, बरेली शहर की ओर बेधड़क निकल सकेंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने झुमका से इन्वर्टिस तक प्रस्तावित रिंग रोड निर्माण की कवायद तेज कर दी है। यूपी के बरेली में विकास का पाहिया काफी तेजी से चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने बरेली में रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को गति दी है। किसानों को मुआवजा देने के लिए 300 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। जिन किसानों की कागजी कार्यवाही पूरी हो चुकी है, उनके खातों में जल्द ही यह धनराशि भेजी जाएगी। अभी बरेली शहर में रेलवे क्रॉसिंग की वजह से जाम लगता है इस नए रिंग रोड के बनने से बरेली और आसपास के इलाकों के लोगों को इसका फायदा होगा इसकी पूरी तैयारी की है। विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी के कार्यालय से अब उन किसानों के खातों में धनराशि भेजी जाएगी, जिनकी अधिग्रहण से संबंधित कागजी कार्यवाही पूरी हो चुकी हैं। मुआवजा जल्द किसानों के खातों में प्रोजेक्ट की मंजूरी के साथ ही मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 300 करोड़ रुपये की राशि जारी होने के बाद अन्य धनराशि भी जल्द स्वीकृत की जाएगी। एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि पोर्टल के माध्यम से भुगतान प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू की जाएगी। रिंग रोड के निर्माण में कुल 995.75 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसके लिए 187 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जानी है, जिसके लिए कुल 863 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। पहली किस्त के रूप में 300 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। एनएचएआई के परियोजना निदेशक प्रशांत दुबे ने बताया कि जैसे-जैसे धनराशि जारी होगी, किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी होते ही रिंग रोड के निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा।इसी साल शुरू होगा रिंग रोड का काम
यह परियोजना बरेली के विकास में एक बड़ी उपलब्धि साबित होगी और क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। परियोजना की गति को तेज करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उम्मीद है कि मार्च तक निर्माण एजेंसी का चयन हो जाएगा। यदि सबकुछ सही रहा, तो इस साल अक्तूबर से रिंग रोड का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। रिंग रोड की फोर लेन सड़क 29.92 किलोमीटर होगी। अंडरपास और ओवरब्रिज सिक्स लेन के हिसाब से डिजाइन किए गए हैं। चार बड़े और सात छोटे पुल बनाए जाएंगे। दो फ्लाईओवर और चार रेल ओवरब्रिज प्रस्तावित हैं। अलग.अलग स्थानों पर सर्विस रोड 17 किलोमीटर की होगी। अंडरपास, छोटे.बड़े पुल और रेल ओवरब्रिज बनाने में 995.75 करोड़ रुपये व्यय होने का अनुमान है। रिंग रोड के लिए 187 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत होनी है। इसके लिए 863 करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं। पहले किस्त के रूप में तीन सौ करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। एनएचएआई के परियोजना निदेशक प्रशांत दुबे ने बताया कि जैसे.जैसे धनराशि जारी होगी, मुआवजा भू.स्वामियों के खाते में भेजा जाएगा। कब्जा मिलने पर रिंग रोड बनने का रास्ता साफ होगा। रिंग रोड पर चार बड़े और सात छोटे पुलों का निर्माण प्रस्तावित है। इसके अलावा, दो फ्लाईओवर और चार रेल ओवरब्रिज भी बनाए जाएंगे। 17 किलोमीटर लंबी सर्विस रोड भी अलग-अलग स्थानों पर तैयार की जाएगी। एनएचएआई की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के अनुसार, रिंग रोड झुमका चौराहा से शुरू होकर बुखारा होते हुए इनवर्टिस यूनिवर्सिटी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 से जुड़ेगी। यह फोर लेन सड़क 29.92 किलोमीटर लंबी होगी। अंडरपास और ओवरब्रिज सिक्स लेन के हिसाब से बनाए जाएंगे।