यूपी के इस जिले में रिंग रोड के निर्माण की तैयारी तेज, 300 करोड़ रुपए जारी
रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को गति दी है। किसानों को मुआवजा देने के लिए 300 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं
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राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने रिंग रोड के लिए भूमि अधिग्रहण की बाधा दूर कर दी है। जिनकी अधिग्रहण से संबंधित कागजी कार्यवाही पूरी हो चुकी हैं। सबकुछ ठीक चला तो इस साल अक्तूबर से निर्माण शुरू हो जाएगा। कब्जा मिलने पर रिंग रोड बनने का रास्ता साफ होगा।
जमीन अधिग्रहण के लिए 300 करोड़ रुपये जारी
इसी साल शुरू होगा रिंग रोड का काम
यह परियोजना बरेली के विकास में एक बड़ी उपलब्धि साबित होगी और क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी। परियोजना की गति को तेज करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उम्मीद है कि मार्च तक निर्माण एजेंसी का चयन हो जाएगा। यदि सबकुछ सही रहा, तो इस साल अक्तूबर से रिंग रोड का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा। रिंग रोड की फोर लेन सड़क 29.92 किलोमीटर होगी। अंडरपास और ओवरब्रिज सिक्स लेन के हिसाब से डिजाइन किए गए हैं। चार बड़े और सात छोटे पुल बनाए जाएंगे। दो फ्लाईओवर और चार रेल ओवरब्रिज प्रस्तावित हैं। अलग.अलग स्थानों पर सर्विस रोड 17 किलोमीटर की होगी। अंडरपास, छोटे.बड़े पुल और रेल ओवरब्रिज बनाने में 995.75 करोड़ रुपये व्यय होने का अनुमान है। रिंग रोड के लिए 187 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत होनी है। इसके लिए 863 करोड़ रुपये मंजूर हुए हैं। पहले किस्त के रूप में तीन सौ करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। एनएचएआई के परियोजना निदेशक प्रशांत दुबे ने बताया कि जैसे.जैसे धनराशि जारी होगी, मुआवजा भू.स्वामियों के खाते में भेजा जाएगा। कब्जा मिलने पर रिंग रोड बनने का रास्ता साफ होगा। रिंग रोड पर चार बड़े और सात छोटे पुलों का निर्माण प्रस्तावित है। इसके अलावा, दो फ्लाईओवर और चार रेल ओवरब्रिज भी बनाए जाएंगे। 17 किलोमीटर लंबी सर्विस रोड भी अलग-अलग स्थानों पर तैयार की जाएगी। एनएचएआई की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) के अनुसार, रिंग रोड झुमका चौराहा से शुरू होकर बुखारा होते हुए इनवर्टिस यूनिवर्सिटी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 से जुड़ेगी। यह फोर लेन सड़क 29.92 किलोमीटर लंबी होगी। अंडरपास और ओवरब्रिज सिक्स लेन के हिसाब से बनाए जाएंगे।