यूपी के इस जिले में तैयार की गई एक लाख विशेष सूची, करदाताओं के खिलाफ एक्शन
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प्रदेश में कई नगर निगम में हाउस टैक्स न जमा करने वालों के ऊपर करदाताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है जिसमें विशेष रूप से प्रमुख शहर भी शामिल है आगे बताया गया है कि नगर निगम ने बकाया दारू से समय पर हाउस टैक्स जमा करने की मांग किया था तथा उन्हें चेतावनी भी दिया गया था लेकिन निर्धारित समय सीमा पर टैक्स न जमा करने पर सख्त कार्रवाई होगी.
हाउस टैक्स की तीव्र गति से करवाई
जिसमें इसकी कार्रवाई तीव्र गति से कर दी जा चुकी है अब रोजाना लगभग लगभग 10000 लोगों को नोटिस भेजा जाएगा. इस शहर में जो भी मकान आज 5 साल से 10 साल पहले निर्माण करवाए गए थे अब नगर निगम के रिकॉर्ड में दर्ज उनकी स्थिति के अनुसार हाउस टैक्स के बिल भेजे जा रहे थे अब काफी लंबे समय के बाद लोगों ने मकान का माडिफिकेशन भी करवा लिया है. इसी कड़ी में सड़कों का चौड़ीकरण और निर्माण भी हो चुका है.
आपत्ती निस्तारण के बाद जमा होगा हाउस टैक्स
अब इन्हीं निर्माण हुए मकान में दुकान बनाकर कमर्शियल रूप से उपयोग भी कई दिनों से किया जा रहा है इन सभी बिंदुओं पर आधारित पिछले साल जीआईएस द्वारा सर्वे भी करवाया गया था. आगे बताया गया है कि पुराने जमाने के समय के अनुसार प्रॉपर्टी का नवीनीकरण भी हो चुका है इस सर्वे के बाद प्रॉपर्टी की वर्तमान स्थिति के अनुसार बिल को नोटिस के माध्यम से भेजा जा रहा है
नगर निगम के अधिकारियों बताया है कि हाउस टैक्स में बढ़ोतरी किसी भी तरीके से नहीं हुई है प्रॉपर्टी की वर्तमान स्थिति के अनुसार बिल भेजने का निर्णय लिया गया है अगर किसी को इस फैसले से आपत्ति है तो वह अपनी आपत्ति को दर्ज कर भी करा सकता है. जिसमें आपत्ति का निस्तारण करने के बाद ही टैक्स जमा करने का प्रावधान किया जाएगा जीआईएस निरीक्षण के बाद ही हाउस टैक्स करदाताओं से लिया जाएगा इसके उपरांत में लगभग लगभग 100000 लोगों को नोटिस भेजने का कार्य प्रारंभ हो चुका है जो तीव्र गति से हर स्तर से करवाया जा रहा है.