यूपी में सरकार इन लोगो को दे रही 5 रुपए किलो गेहूं, 6 रुपए किलो चावल
कल्पवास करने वाले को इच्छित फल प्राप्त होने के साथ जन्म जन्मांतर के बंधनों से मुक्ति भी मिलती है
उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिला में इन दिनों में कुम्भ मेले का आरंभ भी हो चुका है एेसे में कल्पवास का महत्व अत्यधिक बढ़ गया है। कल्पवास पौष माह के 11वें दिन से प्रारंभ होकर माघ माह के 12वें दिन तक किया जाता है। एेसी मान्यता है कि सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के साथ शुरू होने वाले एक मास के कल्पवास से एक कल्प जो ब्रह्मा के एक दिन के बराबर होता है जितना पुण्य मिलता है।
वन नेशन वन कार्ड की सुविधा
कल्पवासियों को मिलेगा सस्ता राशन
कल्पवास करने वाले को इच्छित फल प्राप्त होने के साथ जन्म जन्मांतर के बंधनों से मुक्ति भी मिलती है। इस अवधि में साफ सुथरे श्वेत या पीले रंग के वस्त्र धारण करना उचित रहता है। शास्त्रों के अनुसार कल्पवास की न्यूनतम अवधि एक रात्रि हो सकती है वहीं तीन रात्रि, तीन महीना, छह महीना, छह वर्ष, 12 वर्ष या जीवनभर भी कल्पवास किया जा सकता है। महाकुम्भ में अखाड़ों-कल्पवासियों और संस्थाओं को भोजन के लिए किसी प्रकार की समस्या न आने पाए, इस लिहाज से मेला क्षेत्र में 138 दुकानों पर विशेष इंतजाम किया गया है। साथ ही अन्न भंडार के पांच गोदाम भी तैयार किए गए हैं। इन गोदामों पर 6000 मीट्रिक टन आटा और 4000 मीट्रिक टन चावल और 2000 मीट्रिक टन चीनी भी रहेगी। राशन देने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने भोजन पकाने के लिए भी सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। इस काम के लिए सभी 25 सेक्टर्स में एजेंसियां निर्धारित की गई हैं। ये एजेंसियां कल्पवासियों, अखाड़ों और संस्थाओं को नया गैस कनेक्शन प्रदान कर रही हैं। इसके साथ ही उन्हें रिफिल करने का भी पूरा इंतजाम है। इसके अलावा जिन कल्पवासियों के पास अपना खुद का खाली गैस सिलेंडर है, उन्हें भी यहां पर रीफिल करा सकते हैं। तीन विशेष प्रकार के सिलेंडर भरने की व्यवस्था महाकुम्भ में की गई है। इनमें 5 किलो, 14.2 किलो और 19 किलो के सिलेंडर भरे जा सकेंगे। सीएम योगी के निर्देश पर अखाड़ों-संस्थाओं और कल्पवासियों को मात्र 5 रुपये में आटा और 6 रुपये में चावल उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था है। इसके लिए मेला क्षेत्र में 138 उचित मूल्य की दुकानों पर राशन उपलब्ध कराया गया है। कल्पवासियों के लिए एक लाख 20 हजार सफेद राशन कार्ड बनाने की व्यवस्था की गई है। इस बार कल्पवासियों, अखाड़ों और संस्थाओं को राशन के लिहाज से बेहद कम कीमत पर राशन उपलब्ध कराया जा रहा हैं। अखाड़ों और संस्थाओं को 800 परमिट की व्यवस्था है।