यूपी में इस जिले तक होगा एक्स्प्रेस-वे का विस्तार
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गंगा एक्सप्रेसवे का विस्तार उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण विकास परियोजना के रूप में सामने आया है. जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में मंजूरी दी गई. इस विस्तार से गंगा एक्सप्रेसवे को मेरठ से प्रयागराज तक के मौजूदा मार्ग से आगे बढ़ाकर मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, चंदौली होते हुए गाजीपुर तक जोड़ा जाएगा. जिससे यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा. इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से बिहार के लिए एक नया रूट उपलब्ध होगा.
गंगा एक्सप्रेसवे का होगा विस्तार
भविष्य की योजनाएँ गंगा एक्सप्रेसवे को आठ लेन तक विस्तारित करने की योजना है. इसके लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण पहले ही किया जा रहा है. और डिवाइडर तथा रेस्क्यू लेन को इस प्रकार से डिज़ाइन किया जा रहा है कि भविष्य में इसे आठ लेन में बदला जा सके. इस परियोजना से न केवल यातायात की सुविधा में वृद्धि होगी. बल्कि यह क्षेत्रीय विकास रोजगार सृजन और आर्थिक समृद्धि में भी योगदान देगा. गंगा एक्सप्रेसवे का यह विस्तार औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा. खिरनी मोहिद्दीनपुर और लहरावन जैसे क्षेत्रों में एक्सप्रेसवे को अन्य प्रमुख सड़कों से जोड़ने का कार्य भी प्रगति पर है. जिससे औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच में सुधार होगा. शाहजहांपुर में बनाई गई 3.50 किमी हवाई पटटी का निरीक्षण करने रविवार दोपहर आए मुख्यमंत्री ने गंगा एक्सप्रेसवे के विस्तार की घोषणा की.
उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे को प्रयागराज से गाजीपुर तक विस्तार दिया जाएगा. बताया कि मेरठ से हरिद्वार को भी गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. मुख्यमंत्री बोले कि गंगा एक्सप्रेसवे को फर्रुखाबाद से जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा, यही आगे बुंदेलखंड को भी जोड़ेगा. उन्होंने बताया कि इस गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, आगरा, लखनऊ लिंक एक्सप्रेस वे का भी निर्माण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे इंडस्ट्रिल हब बनाया जाएगा, इससे स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे फर्रुखाबाद से लिंक करके बुंदेलखंड जब जोड़ा जाएगा, तब बुंदेलखंड में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेसवे तरक्की का सबसे बड़ा माध्यम बनेगा.
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औद्योगिक और आर्थिक प्रभाव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविववार को हरदोई से हेलीकाप्टर द्वारा गंगा एक्सप्रेसवे पर बने हैलीपैड पर 11.55 बजे लैंड हुए थे. आते ही उन्होंने अस्थाई कैंप में वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना, सांसद अरुण सागर, राज्यसभा सदस्य मिथिलेश कुमार, विधायक हरिप्रकाश वर्मा, अरविंद कुमार सिंह, वीर विक्रम सिंह, चेतराम, सलोना कुशवाहा, एमएलसी डा. सुधीर गुप्ता व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बैठक में गंगा एक्सप्रेसवे को लेकर उन्होंने जानकारी दी. इसके बाद हवाई पटटी का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर 3.50 किलोमीटर की हवाई पटटी का निर्माण किया गया है,
इस हवाई पटटी पर वायुसेना के लड़ाकू विमान 2 और 3 अप्रैल को पूर्वाभ्यास करेंगे, जो गर्व का क्षण होगा. उन्होंने बताया कि यह देश की पहली ऐसी हवाई पटटी होगी, जहां वायुसेना के विमान रात में भी लैडिंग करेंगे. वायुसेना की हवाई पटटी के दोनों ओर करीब 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने बताया कि 2019 में कुंभ के दौरान पश्चिम प्रदेश को प्रयागराज से जोड़ने का निर्णय लिया गया था. 2020 में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण को कैबिनेट ने मंजूरी दी गई. बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे की लंबाई 594 किलोमीटर है। जिससे विकास गति मिलेगी. योगी बोले कि इसके आसपास औद्योगिक क्षेत्र विकसित होंगे. रोजगार सृजन बढ़ेगा. बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास शाहजहांपुर में ही प्रधानमंत्री ने किया था। इसका निर्माण नवम्बर 2025 तक पूर्ण हो जाएगा.