गोरखपुर समेत इन जिलो के लोग परेशान, वाराणसी लखनऊ जाने वाली ट्रेन रद्द

उत्तर प्रदेश: रेलवे प्रशासन द्वारा तीसरी लाइन को निर्मित कराने के कार्य और यार्ड रिमॉडलिंग को लेकर 12 अप्रैल से जो मेगा ब्लॉक लगाया गया था, उसने अब यात्रियों की परेशानियां चरम पर पहुंचा दी हैं. शनिवार को ब्लॉक के 15वें दिन हालात और गंभीर हो गए. दिल्ली के लिए रवाना होने वाली प्रमुख गोरखधाम एक्सप्रेस और वाराणसी व प्रयागराज की ओर जाने वाली चौरीचौरा एक्सप्रेस सहित पचास से अधिक ट्रेनों को या तो पूरी तरह निरस्त कर दिया गया या उनके संचालन में भारी फेरबदल किया गया. रविवार से स्थिति और विकट होने वाली है, क्योंकि वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कई अन्य ट्रेनों का परिचालन भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा. इसी कड़ी में वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस शनिवार को 3 घंटे से अधिक की देरी से रवाना हुई, जिससे यात्रियों को खासा परेशान होना पड़ा.
शनिवार को जब बड़ी संख्या में यात्री गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे, तो उन्हें जानकारी मिली कि उनकी ट्रेन निरस्त कर दी गई है. इससे दिल्ली जाने वाले हजारों यात्री खासे निराश नजर आए. मजबूरी में यात्रियों ने निजी बसों, टैक्सियों और अन्य साधनों का सहारा लेकर दिल्ली और अन्य गंतव्यों के लिए प्रस्थान किया. रात के समय वाराणसी, प्रयागराज और कानपुर की ओर जाने वाली चौरीचौरा एक्सप्रेस के यात्रियों को भी जब ट्रेन के रद्द होने की सूचना मिली, तो अफरातफरी का माहौल बन गया. गोरखपुर से लखनऊ के बीच चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस पहले ही बंद कर दी गई थी, अब रविवार से वंदे भारत एक्सप्रेस और वाराणसी होते हुए मुंबई के लिए जाने वाली एलटीटी एक्सप्रेस भी 3 मई तक स्थगित रहेगी.
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मेगा ब्लॉक की वजह से न केवल ट्रेनें रद्द हुईं, बल्कि चल रही गाड़ियों का संचालन भी काफी प्रभावित रहा. वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस, जो बिहार से दिल्ली जाने वाली प्रमुख ट्रेन मानी जाती है, शनिवार को निर्धारित समय शाम 4:45 बजे के बजाय लगभग साढ़े सात बजे गोरखपुर पहुंची. दिल्ली के लिए इसे रात 7:50 बजे रवाना होना था, लेकिन यह तीन घंटे पंद्रह मिनट की देरी से चली. बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस भी लगभग साढ़े चार घंटे देरी से गोरखपुर से रवाना हुई. वहीं सप्तक्रांति एक्सप्रेस निर्धारित समय से लगभग तीन घंटे देरी से रात 8:50 बजे रवाना की गई. इससे यात्रियों की समयसारिणी बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई है.
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रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, मेगा ब्लॉक के दौरान उत्तरी और दक्षिणी लाइनें पूरी तरह बंद रखी गई थीं. कौवाबाग अंडरपास और धर्मशाला के समीप तीसरी रेल लाइन बिछाने का कार्य किया गया. इसी दौरान प्लेटफॉर्म नंबर 1, 7, 8 और 9 पर भी बड़े पैमाने पर मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य चलते रहे. इसके चलते इन प्लेटफॉर्म्स से ट्रेन संचालन पूरी तरह बंद रहा और वैकल्पिक रूप से प्लेटफॉर्म नंबर 2, 3 और 4 से ट्रेनों को चलाया गया. इससे न केवल यात्रियों को प्लेटफॉर्म बदलने की दिक्कत हुई, बल्कि सूचना के अभाव में कई बार यात्रियों को प्लेटफॉर्म दर प्लेटफॉर्म भटकते भी देखा गया.
इस मेगा ब्लॉक के प्रभाव से आज यानी रविवार को गोरखपुर से कई महत्वपूर्ण ट्रेनें नहीं चलेंगी. जिन प्रमुख ट्रेनों का संचालन निरस्त किया गया है उनमें गोरखपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनस जाने वाली 15018 एक्सप्रेस, गोरखपुर से प्रयागराज जंक्शन के लिए चलने वाली 22549/22550 वंदे भारत एक्सप्रेस, गोरखपुर से बठिंडा जाने वाली 12555 गोरखधाम एक्सप्रेस और गोरखपुर से कानपुर अनवरगंज के लिए चलने वाली 15004 चौरीचौरा एक्सप्रेस शामिल हैं. इसके अलावा वाराणसी सिटी से गोरखपुर कैंट होकर वाराणसी सिटी लौटने वाली 15130/15129 एक्सप्रेस भी आज नहीं चलेगी. नौतनवा से दुर्ग तक चलने वाली 18202 एक्सप्रेस, गोरखपुर से तिरुवनंतपुरम उत्तर एक्सप्रेस (12511), छपरा-नौतनवां-छपरा एक्सप्रेस (15105/15106) और गोरखपुर से वाराणसी सिटी जाने वाली 15131 एक्सप्रेस को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है.
इतना ही नहीं, गोरखपुर-पाटलिपुत्र-गोरखपुर एक्सप्रेस (15080/15079), गोरखपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनस की ओर जाने वाली 20104 एक्सप्रेस, गोरखपुर से आनंद विहार टर्मिनल के बीच चलने वाली 12571 एक्सप्रेस, गोरखपुर-संबलपुर एक्सप्रेस (15028) और गोरखपुर-आसनसोल एक्सप्रेस (13508) का परिचालन भी आज नहीं होगा. रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति की जानकारी अवश्य ले लें ताकि अंतिम समय में होने वाली असुविधा से बचा जा सके.
रेलवे सूत्रों के अनुसार, मेगा ब्लॉक के दौरान जो निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, वे बेहद जरूरी हैं. तीसरी लाइन बिछने से गोरखपुर रूट पर ट्रेनों की आवाजाही में तेजी आएगी और यातायात दबाव में काफी कमी आएगी. यार्ड रिमॉडलिंग से भी ट्रेनों के परिचालन में सुविधा बढ़ेगी और भविष्य में यात्रियों को समय पर ट्रेनें मिलने की संभावना बढ़ेगी. हालांकि फिलहाल जो असुविधाएं यात्रियों को झेलनी पड़ रही हैं, रेलवे प्रशासन उन्हें लेकर संवेदनशील है और जल्द से जल्द काम पूरा करने का प्रयास कर रहा है. इस दौरान रेलवे ने अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती भी की है ताकि स्टेशन पर यात्री सहायता केंद्रों के माध्यम से आवश्यक जानकारी दी जा सके. बावजूद इसके, असुविधा से बचने के लिए यात्रियों को यात्रा से पहले रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन नंबरों से अद्यतन जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी गई है.